पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे देश में कोहराम मचा है और मोदी सरकार जन आक्रोष की वजह से भारी दबाव में है. शीर्ष स्तर पर लगातार मैराथन बैठकें चल रही है. आतंकियों पर और उसके आका पाकिस्तान पर कार्रवाई को लेकर हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने एक सुर से कहा कि सरकार जो भी कार्रवाई करेगी, विपक्ष उसके साथ है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खऱगे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बैठक में यह सवाल उठाया था कि हमारी खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां क्या कर रही थी. हमले वाली जगह पर पुलिस या सेना की टुकड़ी क्यों नहीं थी. बताते हैं कि सरकार ने अपनी चूक मानी भी थी.
बाहर निकलकर विपक्षी नेताओं ने कहा कि वे सरकार के साथ है. इसी बीच कांग्रेस नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भारत द्वारा पाकिस्तान पर किसी भी प्रकार के हमले को नकार दिया और कहा कि वह युद्ध के पक्ष में नहीं हैं. इसी तरह कांग्रेस के अन्य नेताओं महाराष्ट्र के विजय वडेट्टीवार, कर्नाटक के मंत्री आर बी तिम्मापुर और राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा ने भी सवाल उठाये थे.
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर सीधा सवाल दागा और खरगे व राहुल गांधी से पूछा कि आप लोगो का अपने नेताओं पर कोई नियंत्रण नहीं है क्या? उन्होंने आगे जोड़ा कहीं ऐसा तो नहीं कि दोनों ने औपचारिक टिप्पणियां की और दूसरों को अपनी मर्जी से बोलने की आजादी दे दी.
बीजेपी नेता ने कहा कि आतंकी हमले के बाद पूरी दुनिया अमेरिका, फ्रांस, सऊदी अरब जैसे देश भारत के साथ हैं और ये नेता इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी कर रहे हैं.यह असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि वडेट्टीवार जैसे नेताओं ने पीड़ितों के बयान पर सवाल उठा दिया कि आतंकवादियों ने गैर-मुसलमानों की पहचान करके गोली मारी?
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