Nikita Jacob Toolkit Case: किसानों के आंदोलन के दौरान सामने आए टूलकिट मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल टूलकिट मामले में पर्यावरणविद दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब उनकी करीबी निकिता जैकब फरार हो गई है. दिल्ली पुलिस ने निकिता जैकब के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी करवाया है. स्पेशल सेल से जुड़े सूत्रों के मनुताबिक 11 फरवरी 2021 को निकिता जैकब के घर पुलिस के एक टीम सर्च के लिए गई थी.
बताया जा रहा है कि स्पेशल सेल की टीम निकिता जैकब के घर मोबाइल फोन और इलेक्ट्रानिक डिवाइस की जांच करने गई थी. शाम का वक्त था इसलिए निकिता से पूछताछ नहीं हो पाई थी. निकिता से स्पेशल सेल ने दस्तावेत पर साइन करवाया था कि वो जांच में सहयोग करेंगी. लेकिन उसके बाद निकिता अंडरग्राउंड हो गईं. दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताहबिक खालिस्तान संगठन से जुड़े पोइटिक जस्टिस फाउंडेशन के एमओ थालीवाल ने कनाडा में रह रहे सहयोगी पुनीत के जरिए निकिता जैकब से संपर्क साधा था. इसका मकसद गणतंत्र दिवस पर ट्विटर पर स्टॉर्म पैदा करना था.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक गणतंत्र दिवस से पहले एक जूम मीटिंग हुई थी. इस मीटिंग में एमओ थालीवाल, निकिता जैकब, दिशा रवि के अलावा अन्य लोग शामिल हुए. मीटिंग में एमओ थालीवाल ने मीटिंग में कहा है कि मुद्दे को बड़ा बनाना है. इसका मकसद था किसानों के बीच असंतोष और गलत जानकारी फैलाना. यहां तक कि एक किसान की मौत को पुलिस की गोली से मौत बताया गया.
किसान आंदोलन के समर्थन में क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेट थनबर्ग ने जिस टूल किट को सोशल मीडिया पर शेयर किया, उसकी जांच की दिशा तय हो गई है. इस मामले में पहली गिरफ्तारी हुई. दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की दिशा रवि को गिरफ्तार किया, जिसे कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. दिशा रवि देश को बदनाम करने और माहौल बिगाड़ने के लिए तैयार किए गए टूल किट केस की मुख्य साजिशकर्ता है. दिशा ने टूल किट को कई बार एडिट किया था.