नई दिल्ली. एनजीटी में प्रदूषण के मामले में एनजीटी में सुनवाई हुई है. नार्थ एमसीडी कमिश्नर वर्षा जोशी, दिल्ली प्रदूषण विभाग के अधिकारी, ईस्ट एमसीडी कमीशनर और पर्यवारण मंत्रलाय के अधिकारी पहुंचे. एनजीटी में दिल्ली के चीफ सेक्रटरी विजय देव भी पहुंचे. एनजीटी ने मामले की सुनवाई शुरू करते हुए कहा कि आप लोग ने प्रदूषण को रोकने के लिए क्या कदम उठाया है? एनजीटी ने कहा अब समय आ गया कि इस समस्या के लिए देश के बड़े एक्सपर्ट से राय लेकर हम समय से पहले ही तैयारी करें. जिस व्यक्ति को प्रदूषण से नुकसान पहुंच रहा है वह इनोसेंट है और हमारी जिसमेदारी उसको बचाने की है. हमको यह करना पड़ेगा. एनजीटी वायु प्रदूषण को लेकर सख्त हो गया है. एनजीटी ने कहा खुले और साफ़ हवा में सांस लेना लोगों का मौलिक अधिकार है. हम लोगों को ऐसे नही छोड़ सकते. ज़मीन पर काम होते दिखना चाहिए. दिल्ली सरकार ने कहा कि हम पूरा प्रयास कर रहे है. इसपर एनजीटी ने कहा मौसम को धन्यवाद कहिये. एनजीटी ने कहा कि आप प्रदुषण को लेकर अपनी तैयारी अक्टूबर के बजाय अगस्त से क्यो नहीx शुरू करते है? एनजीटी ने कहा अगर ऐसा आप करे तो शायद कुछ आपको फायदा मिल सकता है.
एनजीटी ने अधिकारियों की फटकार लगाते हुए कहा कि आपने कोई प्रचार प्रसार नहीं किया. आपने दूरदर्शन पर लोगों को जागरूक करने के कोई प्रोग्रम नहीं किया. एक कॉमन आदमी डॉक्टर के यहां नहीं जा सकता है. आप लोगों ने किसी एक्सपर्ट को लेकर कोई प्रदूषण का प्रोग्रम नहीं किया. कितने सारे बुजर्ग बच्चे रह रहे हैं लेकिन किसी ने कोई अवेर्नेस प्रोग्रम नहीं चलाया. केंद्र सरकार को किसानों को लेकर प्रोग्राम चलाना चाहिए. केंद्र सरकार और राज्य सरकार हर गांव में 15 दिन पराली न जलाने को लेकर कार्यक्रम चलाना चाहिए. सरकारों को किसानों को बताना चाइये कि प्रदूषण न करने से उनको क्या फायदा मिलेगा, सरकार उनको क्या इनाम देगी.
एनजीटी ने कहा आपको लोगों को जागरूक करना चाहिए. लोकतंत्र में लोगों की ताकत और साथ से ही किसी भी चीज को बदला जा सकता है. एनजीटी ने दिल्ली में चीफ सेक्रटरी को भी फटकार लगाई. उन्होंने कहा, हर साल दिल्ली में ऐसा होता है, दिल्ली सरकार पहले से कोई तैयारी क्यों नही करती है? वायु प्रदूषण के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण, एनजीटी को कहा, सचिवों के स्तर पर बैठकें हो चुकी हैं. हमने अलग-अलग राज्यों को 1150 करोड़ रुपये दिए हैं, पिछले साल 14,000 मशीनें उपलब्ध कराई गईं और इस साल भी 50,000 मशीनों को दबाया गया है. एनजीटी दिल्ली सरकार पर सख्त हुआ.
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एनजीटी के चैयरमेन ने कहा कि राजधानी दिल्ली में लोगों खुले आम कूड़ा जला रहे है. किसी जगह पर मेरी आखों के सामने कूड़ा जलाया जा रहा है. आप (दिल्ली सरकार) कर क्या कर रहे हैं. एनजीटी ने दिल्ली सरकार को एक्सपर्ट कमेटी बनाने के लिए कहा है. बता दें कि लोनी, गाजियाबाद के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, एनसीआर क्षेत्र में वायु सेना की सहायता से पानी छिड़कने और कृत्रिम वर्षा के लिए प्रेरित करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. बता दें कि आज गाजियाबाद के वसुंधरा में बहुत खराब श्रेणी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 392 पर है.
Nand Kishor Gurjar, BJP MLA from Loni, Ghaziabad writes to Prime Minister Narendra Modi requesting to sprinkle water with the assistance of Air Force, & induce artificial rain, in the Delhi National Capital Region (NCR) region, to reduce air pollution. pic.twitter.com/6o13FNcyev
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 5, 2019