MP Kartikeya Sharma: हरियाणा के पंचकूला में 27 अप्रैल 2025 को ताऊ देवी लाल स्टेडियम में भगवान परशुराम जन्मोत्सव का आयोजन होने जा रहा है. इस राज्य स्तरीय समारोह की अगुवाई राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा कर रहे हैं जिन्होंने इस अवसर को न केवल धार्मिक उत्सव, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने का मंच बनाने का संकल्प लिया है. सांसद शर्मा ने इस आयोजन के लिए हरियाणा के विभिन्न जिलों में जाकर लोगों को निमंत्रण दिया और भगवान परशुराम के जीवन और शिक्षाओं को 36 बिरादरी तक पहुंचाने का संदेश दिया.
सांसद कार्तिकेय शर्मा ने अपने संबोधन में कहा समाज वह होता है जहां से आपकी पहचान बनती है. जहां से आपके पूर्वज आते हैं. भगवान परशुराम किसी एक समाज या बिरादरी के नहीं, बल्कि 36 बिरादरी के हैं. भगवान सभी के लिए आदरणीय और पूजनीय हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि भगवान परशुराम की शिक्षाएं और उनके जीवन का सार सभी समाजों के लिए प्रेरणादायक है. हमें उनके जीवन से सीख लेकर अगली पीढ़ी तक अपनी संस्कृति, शिक्षा और मूल्य प्रणाली को पहुंचाना होगा.
राज्यसभा सदस्य ने भगवान परशुराम को न केवल एक योद्धा, बल्कि न्याय और समरसता का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा यह आयोजन केवल उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक समस्याओं को समझने और समाधान खोजने का अवसर है.
सांसद शर्मा ने देश की युवा शक्ति पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा भारत दुनिया का सबसे युवा देश है. जहां 65 प्रतिशत आबादी 35 साल से कम उम्र की है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी संस्कृति, शिक्षा और वैल्यू सिस्टम युवाओं तक पहुंचे. वे टेक्नोलॉजी और धर्म-संस्कृति के समन्वय में विश्वास रखते हैं. शर्मा ने कहा मैं टेक्नोलॉजी से प्रेरित हूं लेकिन हमारी सांस्कृतिक विरासत को युवाओं तक ले जाना उतना ही जरूरी है.
इस आयोजन के लिए सांसद शर्मा ने पूरे हरियाणा में फतेहाबाद, समैण, उचाना, जींद, सोनीपत, पानीपत, करनाल, यमुनानगर, अंबाला और रेवाड़ी जैसे क्षेत्रों का दौरा किया. हर जगह उनका ब्राह्मण सभा और सामाजिक संगठनों ने भव्य स्वागत किया. उन्होंने अंबाला में परशुराम भवन का शिलान्यास भी किया और इसके साथ ही एक नॉलेज सेंटर बनाने की घोषणा की ताकि बच्चों को शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े.
यह भी पढ़ें : भारतीय नौसेना का दुश्मन को संदेश, किसी भी समय, किसी भी जगह, मिशन के लिए हरदम तैयार!