नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिंदू और हिंसा वाले बयान पर पूरे सदन में भारी हंगामा हुआ. राहुल ने कहा कि हमारा देश अहिंसा का देश है, लेकिन यह किसी से डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने भी यही संदेश दिया है कि डरो मत, डराओ मत. भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत. वहीं, दूसरी ओर आप लोग हैं जो अपने आप को हिंदू तो कहते हैं लेकिन 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत करते रहते हैं. आप (पीएम मोदी और बीजेपी सांसदों की ओर इशारा करते हुए) हिंदू हो ही नहीं सकते हैं. आप हिंदू नहीं हिंसक हैं.
Rahul Gandhi calls all Hindu violent….. Imagine anybody using similar term for Muslims.
Bloody secularism….. I pity those Hindus who vote for them pic.twitter.com/mtMFXcLsZT
— Mr Sinha (@MrSinha_) July 1, 2024
बता दें कि राहुल के भाषण के वक्त पीएम मोदी सदन में मौजूद थे. उन्होंने खड़े होकर नेता प्रतिपक्ष के बयान पर अपनी आपत्ति जताई. पीएम ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना बहुत ही गंभीर विषय है. पीएम मोदी की बात का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी वाले पूरे हिंदू समाज नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पूरा हिंदू समाज नहीं है.
वहीं, राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी सांसदों ने लोकसभा में कड़ा विरोध जताया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को पता नहीं है कि इस देश में करोड़ों लोग बहुत गर्व से अपने आप को हिंदू कहते हैं. आप (राहुल) हिंसा की बात कर रहे हैं. भरे सदन में हिंसा को किसी धर्म विशेष से जोड़ना पूरी तरह से गलत है. राहुल गांधी को अपने बयान पर तुरंत माफी मांगनी चाहिए. बता दें कि राहुल के बयान पर स्पीकर ओम बिड़ला ने भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता हैं. आपको सदन के अंदर किसी धर्म के बारे में ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. इससे देश में गलत मैसेज जाएगा.
मोदी साहब क्षमा कर दीजिये…राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने हाथ जोड़कर पीएम से मांगी माफ़ी