नई दिल्ली : मोदी सरकार ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश कर दिया है. संसद में अल्पसंख्यक मंत्री किरेन रिजिजू ने जैसे ही वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पेश किया, विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस बिल पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी विरोध जताया. उन्होंने कहा है कि क्या मोदी सरकार दरगाह और वक्फ जैसी प्रॉपर्टी लेना चाहती है?
असदुद्दीन ओवैसी ने इस बिल पर विरोध जताते हुए कहा कि आप मुझे प्रार्थना से भी रोक रहे हैं. अगर कल कोई आकर बोलेगा कि मैं पांच साल से प्रैक्टिस नहीं कर रहा हूं या कोई न्यू कन्वर्ट है तो क्या उसे पांच साल इंतजार करना होगा. वक्फ प्रॉपर्टी पब्लिक प्रॉपर्टी नहीं है. इस तरह का कोई प्रावधान हिंदू एंडोमेंट या सिख गुरुद्वारा प्रंबंधन कमेटी के लिए नहीं है.क्या सरकार दरगाह, वक्फ जैसी प्रॉपर्टी हड़पना चाहती हैं .सरकार कह रही है कि हम महिलाओं को दे रहे हैं, मुझे विश्वास है कि आप जाकिया जाफरी और बिल्किस बानो को मेंबर बनाएंगे? आप मुसलमानों के दुश्मन हैं, ये बिल इसका प्रमाण है.
कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए कहा कि यह विधेयक संविधान पर एक मौलिक हमला है. इस विधेयक के माध्यम से वह यह प्रावधान कर रहे हैं कि गैर-मुस्लिम भी वक्फ गवर्निंग काउंसिल के सदस्य होंगे। यह धर्म की स्वतंत्रता पर हमला है.
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