October 3, 2024
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Modi 3.0 Oath Ceremony: जिस नक्षत्र में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ उसी नक्षत्र में शपथ लेंगे पीएम मोदी

Modi 3.0 Oath Ceremony: जिस नक्षत्र में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ उसी नक्षत्र में शपथ लेंगे पीएम मोदी

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नई दिल्ली: रविवार को शुभ मुहूर्त में नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे. माना जा रहा है कि रविवार का दिन यानी 9 जून शपथ ग्रहण के लिए बेहद खास है. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक ये सूर्य का दिन है और ज्योतिष में सूर्य को ही ग्रहों का राजा बताया गया है. यानी सूर्य देवता ही सत्ता शासन चलाते हैं. ऐसे में इस दिन को शपथ ग्रहण के लिए ज्योतिष काफी शुभ मान रहे हैं. तो चलिए इसके बारें में जानते है.

आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी 9 जून रविवार को शाम 7 बजकर 15 मिनट पर पीएम पद की तीसरी बार शपथ ग्रहण लेने जा रहे हैं और इस बार का शपथ ग्रहण मुहूर्त कुछ खास हो रहा है, क्योंकि इस बार अकेले दम पर बीजेपी को बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है, सहयोगी दलों के साथ मिलकर मोदी सरकार बनाने जा रहे हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या मोदी सरकार इस बार तीसरी बार का कार्यकाल पूरा कर पाएगी. इसलिए शपथ ग्रहण के मुहूर्त को समझना ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत जरूर हो जाता है. आइए जानते हैं मोदी के तीसरे टर्म के लिए शपथ ग्रहण मुहूर्त की कुंडली क्या कहती है, क्या सहयोगियों के साथ मिलकर मोदी सरकार कार्यकाल पूरा कर पाएगी. साथ ही इस बार के कार्यकाल में मोदी सरकार कौन से बड़े फैसले ले सकती है, ये भी जानिए ज्योतिषीय गणना से…

इस बार बीजेपी को सरकार बनाने के लिए गठबंधन के सहयोग की आवश्यकता पड़ रही है. इस बार बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में 240 सीटें जीतीं जो कि पूर्ण बहुमत 272 के आकड़े से कम है, जिसके चलते मोदी मंत्रिमंडल में इस बार बीजेपी को सहयोगी दलों को भी कुछ महत्वपूर्ण मंत्रालय देकर उन्हें संतुष्ट रखना होगा. मेदिनी ज्योतिष के मुताबिक देश के शासक यानि आधुनिक परिपेक्ष में पीएम की स्थिति को हम उनकी शपथ ग्रहण कुंडली के लग्न से देखते हैं तो वही सप्तम भाव से विपक्षी दलों की ताकत को आंका जाता है.

नरेंद्र मोदी एक बार फिर पिछले कार्यकाल की तरह ही शपथ ग्रहण के लिए वृश्चिक लग्न को चुना है जो कि एक स्थिर राशि होने के साथ-साथ न केवल उनके जन्म लग्न की राशि है बल्कि इस राशि को गुप्त रूप से कार्य करने वाली राशि कहा जाता है. वृश्चिक राशि का स्वाभाव बेहद छिपकर और चौंकाने वाले अंदाज में निर्णय लेने का होता है, लेकिन 9 जून रविवार को शाम 7 बजकर 15 मिनट पर जब पीएम मोदी शपथ लेंगे तब वृश्चिक राशि को सप्तम भाव वृषभ से चार ग्रह गुरु, बुध, सूर्य और शुक्र देख रहे होंगे. सप्तम भाव चूंकि विपक्ष का होता है तो यह ज्योतिषीय संकेत इंडिया गठबंधन का उनके बड़े निर्णयों पर इस बार कुछ अवरोध पैदा करने की तरफ संकेत दे रहा है.

वहीं एनडीए संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी कल यानी रविवार शाम लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे. जबकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए शुक्रवार को आमंत्रित किया. द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को पीएम पद के लिए मनोनीत किया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए ने 293 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि बीजेपी ने अकेले 240 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भूटान, नेपाल, मॉरीशस, सेशेल्स, बांग्लादेश, श्रीलंका और मालदीव के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह को लेकर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) कमांडो, अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनी, स्नाइपर और ड्रोन को तैनात किया गया है. इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले विदेशी मेहमान राजधानी के लीला, ओबेरॉय होटल, आईटीसी मौर्या, क्लेरिजस और ताज होटल में रुकेंगे. इसी वजह से होटलों को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है.

एनएसजी के कमांडो और पुलिस रहेंगे तैनात

शपथ ग्रहण समारोह के दिन एनएसजी के कमांडो और दिल्ली पुलिस के स्वाट राष्ट्रपति भवन एवं विभिन्न अहम स्थानों के आसपास तैनात रहेंगे. इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर सुरक्षा योजना बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय और नई दिल्ली जिले में कई बैठकें की. वहीं राष्ट्रपति भवन के अंदर शपथ ग्रहण होना है, इसके लिए परिसर के अंदर और बाहर तीन-स्तरीय सुरक्षा तैनात रहेगी. वहीं दिल्ली पुलिस के जवान बाहरी घेरे पर तैनात रहेंगे, वहीं भीतरी घेरे में अर्धसैनिक बल के जवान और राष्ट्रपति भवन की आंतरिक सुरक्षा के जवान तैनात रहेंगे.

ये विदेशी नेता होंगे शामिल

श्रीलंका के राष्ट्रपति- रानिल विक्रमसिंघे
मालदीव के राष्ट्रपति- डॉ मोहम्मद मुइज्जू
सेशेल्स के उपराष्ट्रपति- अहमद अफीक
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री- शेख हसीना
मॉरीशस के प्रधानमंत्री- प्रविंद जुगनाथ
नेपाल के प्रधानमंत्री- पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’
भूटान के प्रधानमंत्री- शेरिंग टोबगे

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