नई दिल्ली. Whatsapp Confirms Journalists Phone Hack: अगर व्हाट्एप का इस्तेमाल करते हैं, तो ये खबर आपको चौंका देगी. दरअसल द इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक व्हाट्सएप ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारत के कई एक्टिविस्ट, पत्रकारों, वकीलों, दलित एक्टिविस्ट्स के व्हाट्सएप पर नजर रखी गई थी. एक इजरायली कंपनी एनएसओ ने पेगसास स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर दुनिया भर में करीब 1400 लोगों के व्हाट्सएप अकाउंट की निगरानी की गई.
द इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक व्हाट्सएप पर निगरानी का यह खुलासा सैन फ्रांसिस्को में एक अमेरिकी संघीय अदालत में हुआ है. वॉट्सऐप के प्रवक्ता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान करीब 20-25 भारतीय पत्रकार, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के व्हाट्सएप अकाउंट पर नजर रखी गई थी.
We all know who asked the Israeli company to hack the phones of journalists! https://t.co/blZ1zpMMtb
— Rohini Singh (@rohini_sgh) October 31, 2019
“It is learnt that at least 2 dozen academics, Dalit activists and journalists in India were contacted and alerted by WhatsApp that their phones had been under state-of-the-art surveillance for a two-week period until May 2019.” Who are these journos, activists who were alerted? https://t.co/KnUQwXDAnW
— Marya Shakil (@maryashakil) October 31, 2019
हालांकि व्हाट्सएप ने भारत में इसका शिकार हुए लोगों की सटीक जानकारी देने से इनकार कर दिया है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान करीब दो दर्जन शिक्षाविदों, वकीलों, दलित एक्टिविस्ट्स और पत्रकारों से WhatsApp ने संपर्क किया था. साथ ही ये जानकारी दी थी कि मई 2019 में दो सप्ताह तक उनके मोबाइल फोन को सर्विलांस पर रखा गया था.
ये बात तो पता थी कि आपके Whatsapp कॉल सुने जा सकते है, मेसेज पढ़े जा सकते है. अब ख़ुद WA ने पुष्टि की है
इस्राइल के स्पायवेयर Pegasus से भारत में पत्रकारों ,वकीलों,दलित कार्यकर्ताओं के अकाउंट हैक मई 2019 में हुए.
याद है मई में देश में चुनाव चल रहे थेhttps://t.co/80O1JHgA1x
— Milind Khandekar (@milindkhandekar) October 31, 2019
Here's the message that WhatsApp sent to people it detected were targeted by Pegasus, the Israeli spyware that was also used to target activists, journalists, and academics in India. pic.twitter.com/nLENN4hqQr
— ¯_(ツ)_/¯ (@PranavDixit) October 31, 2019
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक व्हाट्सएप ने इजराइली कंपनी एनएसओ ग्रुप (NSO) और क्यू साइबर टेक्नोलॉजीज (Q Cyber Technologies) के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. व्हाट्सएप ने आरोप लगाया है कि इन कंपनियों ने अमेरिका और कैलिफोर्निया के कानूनों के साथ-साथ वॉट्सऐप की सेवा की शर्तों का भी उल्लंघन किया है.
The recent @WhatsApp malware attack raises several red-flags about data protection & Indians’ right to privacy.
Why did a private Israeli company hack the smartphones of two dozen Indian journalists & activists?@seemay @IndianExpress https://t.co/PFPAdM9G1W
— Milind Deora मिलिंद देवरा (@milinddeora) October 31, 2019
ये भी पढ़ें: WhatsApp Latest Update: अब दो फोन में एक साथ एक ही व्हाट्सएप अकाउंट चलाना होगा संभव, जल्द आ रहा है नया फीचर
True. A top government official had warned me last year against his own government and had said to only speak to my sources on FaceTime. https://t.co/9B2PaDb7BL
— Rohini Singh (@rohini_sgh) October 31, 2019
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक वहीं दूसरी ओर एनएसओ ग्रुप ने व्हाट्सएप के इन आरोपों को खारिज कर दिया है. कंपनी का कहना है कि वह इसके लिए आगे लड़ाई लड़ेगी. कंपनी की यह तकनीक किसी मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकारों के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए नहीं बनाई गई है. एनएसओ का दावा है कि पेगसास सिर्फ सरकारी एजेंसियों को बेचा गया. कंपनी का कहना है कि वह अपने प्रोडक्ट का लाइसेंस सिर्फ वैद्द सरकारी एजेंसियों को ही बेचते हैं.
Should we now delete @WhatsApp from our phone since the surveillance is rampant using Israel technology. Was alerted by some officials with an advice to switch to FaceTime call or Signal. @rohini_sgh
— Mahesh Langa (@LangaMahesh) October 31, 2019
WhatsApp Latest Update: व्हाट्सएप चैट में ऑटोमैटिक गायब हो जाएंगे मैसेज, जल्द आ रहा है नया फीचर
देश और दुनिया की ताजातरीन खबरों के लिए हमे फॉलो करें फेसबुक,गूगल प्लस, ट्विटर पर और डाउनलोड करें Inkhabar Android Hindi News App
Leave a Reply