नई दिल्ली: राजधानी मुंबई में बीते दिन एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई, अब वहां की कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि बाबा सिद्दीकी की हत्या क्यों और किस लिए की गई इसका पता अभी तक नहीं चला है. इस मामले में पुलिस ने दो शूटर को गिरफ्तार करके जांच शुरू कर दी है. बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है. इसमें व्यापारिक मामला, सुपारी किलिंग और जमीन विवाद को लेकर मिली धमकी जैसे एंगल शामिल हैं.
आशंका जताई जा रही है कि पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को बांद्रा पूर्व में खेरवाड़ी सिग्नल के पास गोली मारे जाने के मामले में लॉरेंस विश्नोई गैंग का हाथ है. वहीं मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को इस मामले की जांच सौंप गई है. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद गिरफ्तार दो संदिग्धों से पुलिस पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार संदिग्ध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हैं.
बांद्रा में खेरवाड़ी सिग्नल के पास शनिवार रात एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी पर बदमाशों ने गोली चला दी, इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने बताया कि जब अस्पताल पहुंचे थे तो उनकी नाड़ी नहीं चल रही थी. बाबा सिद्दीकी का काफी खून बह चुका था, इसके बाद बाबा सिद्दीकी को आईसीयू में भर्ती कराया गया, तमाम कोशिशों के बाद शनिवार रात उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए उनके शव को कूपर अस्पताल भेज दिया गया है.
प्राथमिक जांच के बाद मुंबई पुलिस ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी धर्मराज कश्यप और गुरमैल सिंह है, जो उत्तर प्रदेश और हरियाणा का रहने वाले है. आरोपी बाबा सिद्दीकी पर करीब दो महीने से नजर रख रहे थे और वो मुंबई में ठहरे हुए थे. बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें जांच में जुटी हुई हैं. फिलहाल मुंबई क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं.
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