वक्फ बिल पर बनी जेपीसी बैठक में भारी हंगामा हो गया है। निशिकांत दुबे और कल्याण बनर्जी में तीखी बहस हुई। बवाल बढ़ने के बाद विपक्ष के 10 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है।
नई दिल्ली। वक्फ बिल पर बनी जेपीसी बैठक में भारी हंगामा हो गया है। निशिकांत दुबे और कल्याण बनर्जी में तीखी बहस हुई। बवाल बढ़ने के बाद जेपीसी के अध्यक्ष ने विपक्ष के 10 सांसदों को सस्पेंड कर दिया है। चर्चा के बाद विपक्ष के कुछ सांसद मीटिंग बीच में छोड़कर चले गए थे, जिसके बाद अध्यक्ष ने यह कार्रवाई की। हंगामा करने वाले नेताओं में कल्याण बनर्जी, ए राजा, असदुद्दीन ओवैसी और कुछ अन्य विपक्षी सांसद शामिल थे, जिन्हें निलंबित कर दिया गया है। बैठक के दौरान विपक्षी सदस्य ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ जैसे नारे लगा रहे थे।
टीएमसी सांसद और जेपीसी सदस्य कल्याण बनर्जी ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर कहा- ‘बैठक में अघोषित आपातकाल का माहौल है। चेयरमैन बैठक को आगे बढ़ा रहे हैं। वह किसी की नहीं सुन रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे उप प्रधानमंत्री और उप गृह मंत्री हैं। यह पूरी तरह से दिखावा है। हमें बताया गया था कि बैठक 24 और 25 जनवरी को होगी। अब आज की बैठक का एजेंडा क्लॉज बाय क्लॉज चर्चा से बदल दिया गया है।’ कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि यह राजनीति से प्रेरित है और वे एजेंडा सेट करने के लिए यह सब कर रहे हैं। दिल्ली में चुनाव हैं, इसलिए वे वक्फ को लेकर जल्दबाजी में हैं।
भाजपा नेता जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त समिति का गठन किया गया है। बैठक में हंगामा होने के बाद कश्मीर के धार्मिक प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक शुक्रवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर संसदीय समिति के समक्ष पेश होंगे और मसौदा विधेयक पर अपनी आपत्तियां बताएंगे। विपक्षी सदस्यों ने दावा किया कि उन्हें मसौदा कानून में प्रस्तावित बदलावों का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है।
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