पहलगाम/नई दिल्ली/कानपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार-22 अप्रैल की शाम बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकियों ने चुन-चुनकर घाटी घूमने आए हिंदू पर्यटकों को गोली मारी। इस दौरान 27 पर्यटकों की मौत हो गई।
आतंकियों की गोली का शिकार होने वाले लोगों में यूपी के कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी भी है। शुभम की कुछ दिन पहले ही शादी हुई थी और वो अपनी पत्नी के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे। शुभम की पत्नी ने मंगलवार को हुई आतंकी वारदात की पूरी कहानी बताई है।
मृतक शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताया कि हमें लगा कि वो लोग (आतंकी) मजाक कर रहे हैं। उन्होंने हमारा धर्म पूछा। जब हमने बताया कि भैया हम मुसलमान नहीं है तो उन्होंने बंदूक निकाली और मेरे पति शुभम द्विवेदी के सिर में गोली मार दी।
बता दें कि ऐसी ही कहानी हर उस शख्स की है जो आतंकी हमले में मारे गए हैं। आतंकी हमले के दौरान घटनास्थल पर मौजूद रहे लोगों ने बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों से कलमा पढ़ने को कहा, ताकि वो गोली चलाने से पहले ये जान सकें कि कौन-कौनसे लोग हिंदू हैं।आतंकियों ने धर्म चेक करने के लिए पर्यटकों की पैंट भी उतरवाई और ID कार्ड भी चेक किया।
हिंदू हो ना तुम! आतंकियों ने पहले धर्म पूछा, फिर गोलियों से छलनी कर दिया, 28 हिंदुओं की मौत