नई दिल्ली, विपक्ष के बाद अब NDA ने भी अपने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लगाई है. वर्तमान में द्रौपदी मुर्मू पेशे से शिक्षक हैं. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. बता दें, द्रौपदी मुर्मू पहली महिला आदिवासी राज्यपाल थीं. वह ओडिसा से रायरंगपुर में विधायक भी रही हैं. अब वह सत्ताधारी पार्टी भाजपा की ओर से राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार का चेहरा बनने वाली हैं. इस बात की घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की है.
भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, पहली बार किसी महिला आदिवासी प्रत्याशी को राष्ट्रपति के पद के लिए वरीयता दी गई है. हम आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को NDA के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया जा रहे हैं. नड्डा ने बताया की NDA की ओर से राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार के लिए करीब 20 नामों पर चर्चा की गई. इसके बाद द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति बनी. जहां सभी नेताओं ने इस बात पर मंथन किया कि देश का राष्ट्रपति आदिवासी समुदाय का कोई प्रत्याशी होना चाहिए. बता दें, यह पहली बार होगा जब कोई आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनेंगी.
तीन नेताओं के मना करने के बाद आखिरकार आज विपक्ष को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना चेहरा मिल गया. पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ही वह नाम है जो विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार बनेंगे. जहां राजनीतिक जानकारों के बीच इस खबर से काफी हलचल देखने को मिल रही है. बता दें, यशवंत सिन्हा ने साल 2018 में बीजेपी को छोड़ा था, इस समय वह तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं.
विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति चुनाव राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के नाम का प्रस्ताव तृणमूल कांग्रेस ने रखा था. राष्ट्रीय कार्य के नाम पर इससे पहले यशवंत सिन्हा ने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. जहां अब यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर ये सम्मान देने के लिए सीएम ममता बनर्जी का आभार व्यक्त किया है. यशवंत सिन्हा को सियासी जीवन में’मिस्टर यू-टर्न’ की छवि से देखा गया है.
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