नई दिल्ली: राजधानी में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ते जाने से गुरुवार को हालात और बिगड़ गए है। जल स्तर कल रात 10 बजे तक 208.63 मीटर तक पहुंच गया था। राजधानी दिल्ली में हालात कितने गंभीर हैं इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
फ्रांस दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में यमुना का जल स्तर बढ़ने से निचले इलाकों में आई बाढ़ की फोन कॉल करके जानकारी ली। इस संबंध में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ट्वीट के जरिए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस से फोन कॉल कर दिल्ली में जलभराव और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की। साथ ही उससे निपटने के लिए पीएम मोदी ने किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी भी ली है।
इसके बाद उपराज्यपाल ने बताया कि हालात को देखते हुए पीएम मोदी ने केंद्र सरकार से हर सम्भव सहायता ले कर दिल्ली के हित में समुचित कदम उठाने के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं यमुना का बाढ़ का पानी देर रात आईटीओ स्थित पीडब्ल्यूडी के मुख्यालय तक पहुंच चुका है। प्रशासन अनुमान लगा रही है कि अगर इसी प्रकार हालात रहे तो बाढ़ का पानी सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच सकता है।
दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय देर रात में सोनिया विहार पुस्ता, नानकसर गुरुद्वारे के नजदीक बस्ती की ओर यमुना के पानी के रिसाव की जानकारी मिलने पर अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने राहत कार्य का जायजा लिया और अधिकारियों को बचाव कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के आदेश दिए।
इस दौरान यमुना खादर के के साथ कई रिहायशी क्षेत्रों में पानी घुस आया है। शास्त्री पार्क, न्यू उस्मानपुर, मयूर विहार और सोनिया विहार के कई क्षेत्रों में पानी एक-एक मंजिल तक पहुंच चुका है। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग और मवेशी फंस गए है। इन हालात को देखते हुए एनडीआरएफ के साथ-साथ पुलिस, दमकल विभाग, बोट क्लब और सिविल डिफेंस के वालंटियर ने मोर्चा संभाल लिया है। बता दें कि देर शाम तक बाढ़ में फंसे 5000 से अधिक लोगों के अलावा कई मवेशियों को सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया।