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असम पहुंचा खतरनाक HMPV वायरस, 10 महीने का बच्चा संक्रमित, भारत में मिल चुके है इतने केस

असम के लखीमपुर में एक 10 महीने का बच्चा इस वायरस से संक्रमित पाया गया है। बच्चे को वर्तमान में डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्मी कराया गया है।

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HMPV New case in assam
  • January 11, 2025 12:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

नई दिल्ली। चीन से जन्मा खतरनाक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस लगातार भारत में अपने पैस पसार रहा है। यह वायरस असम राज्य तक पहुंच गया है। असम के लखीमपुर में एक 10 महीने का बच्चा इस वायरस से संक्रमित पाया गया है। बच्चे को वर्तमान में डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्मी कराया गया है। डॉक्टरों का कहना बच्चा की हालत सामान्य है चिंता की कोई बात नहीं है। असम में इस केस को मिलाकर भारत में कुल 15 एचएमपीवी वायरस के केस मिल चुके हैं। गुजरात में 4 मामले सामने आए हैं।

सिक्किम ने जारी की एडवायजरी

चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से होने वाली इस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं। हालिया रिपोर्टों के अनुसाल, सिक्किम सरकार ने स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के लिए एक एडवायजरी जारी की है। सिक्किम चीन के साथ लगभग 200 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, क्योंकि यह उत्तर और उत्तर-पूर्व में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र से घिरा है।

केंद्र ने समीक्षा करने को कहा

भारत में भी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच केंद्र ने मंगलवार को राज्यों से देश में श्वसन रोगों पर निगरानी की समीक्षा करने को कहा। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वर्चुअल मोड में बैठक की अध्यक्षता करते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा, राज्यों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) निगरानी को मजबूत करना चाहिए और इसकी समीक्षा करनी चाहिए।

सलिला श्रीवास्तव ने राज्यों को वायरस के संक्रमण की रोकथाम के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने की भी सलाह दी है। जारी की गई एडवायजरी में संक्रमण से बचने के लिए बताया गया है कि आपको बार-बार साबुन से हाथ धोना चाहिए। बिना धुले हाथों से अपनी आंख, नाक या मुंह को नहीं छूना चाहिए। इसके अलावा ऐसे लोगों के संपर्क में नहीं रहना चाहिए जिनमें बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं। इसके साथ ही खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकने जैसी बातें भी कही गई हैं।

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