नई दिल्ली। सीताराम येचुरी बीते 19 अगस्त से दिल्ली एम्स में भर्ती हैं। गुरुवार को अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। फेफड़े में संक्रमण के इलाज के लिए वो एम्स में एडमिट हुए थे। हाल ही में उन्होंने मोतियाबिंद की सर्जरी भी कराई थी। फिलहाल उनकी हालत नाजुक बताई जा रही।
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी भारतीय राजनीति का एक जाना पहचाना नाम है। तमिल ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाले येचुरी को 2016 में सर्वश्रेष्ठ राज्यसभा सांसद का पुरस्कार मिल चुका है। अपने साथी प्रकाश करात के साथ मिलकर उन्होंने जेएनयू को वामपंथ का गढ़ बनाया था। उन्होंने जेएनयू से ही इकोनॉमिक्स में मास्टर किया था। हालांकि पीएचडी की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए थे।
सीताराम येचुरी 2005 में पहली बार पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के सदस्य चुने गए। 18 अगस्त 2017 तक वो राज्यसभा सांसद बने रहे। राजनेता होने के साथ-साथ वो एक सामाजिक कार्यकर्ता, अर्थशास्त्री, पत्रकार और लेखक भी हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। कोविड के समय में इनके बड़े बेटे की कोरोना से मौत हो गई थी। वो महज 35 साल के थे।