November 14, 2024
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केरल में फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले, सतर्क हुई राज्य सरकार

केरल में फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले, सतर्क हुई राज्य सरकार

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तिरुवनंतपुरम। केरल के तीन जिलों – एर्नाकुलम, तिरुवनंतपुरम और कोट्टायम में कोरोनोवायरस के मामलों में वृद्धि के साथ, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को कहा कि बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है। जॉर्ज ने कोरोना पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद कहा कि हालांकि अभी राज्य में संक्रमणों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन मामले केवल ओमीक्रोन वेरिएंट के हैं।

केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘बैठक में कोविड की स्थिति का आकलन किया गया है। एर्नाकुलम, तिरुवनंतपुरम और कोट्टायम जिलों में सबसे ज्यादा कोविड मामले हैं। इन जिलों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना के लक्षण वाले लोगों की जांच होनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि सावधानी बरतना और कोरोना की वैक्सीन लेना जरूरी है।

जॉर्ज ने कहा सभी को मास्क पहनना चाहिए। बुजुर्ग और बिस्तर पर पड़े मरीजों की सुरक्षा के उपाय किए जाने चाहिए। जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक और एहतियाती खुराक लेनी है, वे इसे लें। स्वास्थ्य कर्मियों को एहतियाती खुराक लेनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना के मामलों में कमी के साथ कई लोग कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक और एहतियाती खुराक लेने से हिचक रहे थे।

जॉर्ज ने कहा, ‘यह खतरनाक होगा। यह अनुमान लगाया गया है कि जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है और जिन्हें सह-रुग्णता है, उनमें कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या अधिक है। यदि सहरुग्णता वाले लोगों में COVID के लक्षण हैं, तो उन्हें तत्काल उपचार की तलाश करनी चाहिए।

केवल 88 प्रतिशत ने दूसरी खुराक ली

स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना टीकाकरण की स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 100 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन की पहली खुराक ली है, केवल 88 प्रतिशत ने दूसरी खुराक ली है। जबकि अभी तक सिर्फ 22 फीसदी ने ही ऐहतियाती खुराक ली है। पहली खुराक 15 से 17 साल के 83 फीसदी बच्चों को और दूसरी खुराक 55 फीसदी बच्चों को दी गई। पहली खुराक 12 से 14 साल के 54 फीसदी बच्चों को और दूसरी खुराक 15 फीसदी बच्चों को दी गई।

जॉर्ज ने आगे कहा, ‘फील्ड वर्कर्स को उन लोगों की सूची तैयार करने का काम सौंपा जाएगा, जिनका स्थानीय स्तर पर टीकाकरण नहीं हुआ है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका टीकाकरण हो। सभी बच्चों को टीका लगाया जाएगा। विभाग के परामर्श से सभी बच्चों का टीकाकरण करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। स्कूल के दोबारा खुलने के मद्देनज़र स्वास्थ्य मंत्री ने संक्रामक रोगों खासकर निपाह वायरस और रेबीज पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

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