भुवनेश्वर। ओडिशा के बालासोर में कल यानी 2 जून की शाम हुए खौफनाक ट्रेन हादसा हुआ। जिसमें काफी अब तक 900 से ज्यादा लोग घायल है और 238 की मौत हो चुकी है। पर सोचने वाली बात ये है कि आखिर इतने बड़े हादसा का ज़िम्मेदार कौन होगा।
दो ट्रेन एक ही पटरी पर एक ही समय में आने के दो कारण हो सकते हैं। या तो तकनीकी खराबी या फिर किसी की लापरवाही। ओडिशा में हुए इस हादसे की वजह अभी तक तकनिकी खराबी ही मानी जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सिग्नल के खराबी के चलते दोनों ट्रेनें एक ही समय पर एक ही पटरी पर आ गईं।
यह हादसा कल शाम करीब 7 बजे बालासोर के बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ, जब कोलकाता से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। इसके बाद कोरोमंडल ट्रेन एक मालगाड़ी से जा टकराई। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, पहले यशंवतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस पटरी से उतरते हुए इसके कुछ डिब्बे दूसरी पटरी पर पलट गए और वे दूसरी तरफ से आ रही शामीमार-चेन्नई कोरमंडल से टकरा गए। इसके बाद कोरोमंडल ट्रेन के भी कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरे ट्रैक पर मालगाड़ी से टकरा गए। कुछ डिब्बे तो मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए।
हादसे के बाद से ही पूरे इलाके में रात से ही रेस्क्यू का काम जारी है। इसके अलावा अभी भी ट्रेन के कई डिब्बों में शवों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। जिसके लिए सेना को भी राहत कार्य के लिए बुलाया गया है। बता दें, कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई एसी कोच अगले ट्रैक पर पलट गए थे, लिहाजा मौतों के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो सकती है।