Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुआ आतंकी हमला भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नया तनावपूर्ण अध्याय जोड़ गया है. इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत और कई लोगों के घायल होने ने देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ा दी. पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली. जिसके बाद भारत ने कड़े कदम उठाए. 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित करना, पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित करना और अटारी सीमा बंद करना भारत के जवाबी कदमों में शामिल है. भारतीय खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर हाई अलर्ट जारी किया है और रावलपिंडी में भारी सैन्य तैनाती की गई है. ऐसे में भारत और पाकिस्तान की सैन्य ताकत की तुलना फिर से चर्चा में है.
पहलगाम हमला
पहलगाम के बाइसरण घास के मैदान में हुए इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया. हमलावरों ने कथित तौर पर पर्यटकों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी और हिंदुओं को गोली मार दी. यह हमला कश्मीर में 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक आतंकी घटना है. भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा ‘आतंकी हमले के सीमा पार संबंध सामने आए हैं.’ इसके जवाब में भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया. जिसे पाकिस्तान ने ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया. दोनों देशों के बीच गोलीबारी की खबरें और मिसाइल तैनाती ने युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया है.
ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 के आधार पर
ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स (GFP) 60 से अधिक मापदंडों जैसे सैन्य इकाइयों की संख्या, वित्तीय स्थिरता, रसद क्षमता, भौगोलिक स्थिति, तकनीकी प्रगति और प्राकृतिक संसाधन के आधार पर सेनाओं की रैंकिंग करता है. 2025 में भारत ने लगातार छठी बार चौथा स्थान हासिल किया. जिसका पावर इंडेक्स स्कोर 0.1184 है. यह उपलब्धि भारत की सैन्य आधुनिकीकरण, स्वदेशी रक्षा उत्पादन और वैश्विक कूटनीति की सफलता को दर्शाती है. दूसरी ओर पाकिस्तान 2024 में 9वें स्थान से फिसलकर 12वें स्थान पर पहुंच गया. जिसका स्कोर 0.1711 है.
भारत की सैन्य शक्ति
भारत की सैन्य ताकत उसकी विशाल सेना, उन्नत हथियार प्रणालियों और रणनीतिक स्थिति से परिभाषित होती है.
- मानव बल- भारत के पास 14.55 लाख सक्रिय सैनिक, 11.55 लाख रिजर्व सैनिक और 25.27 लाख पैरामिलिट्री बल हैं. यह संख्या पाकिस्तान की तुलना में दोगुनी से अधिक है.
- थल सेना- 4,201 टैंक (टी-90 भीष्म, अर्जुन), 4,000+ तोपखाने, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें भारत की मारक क्षमता को बढ़ाती हैं. अग्नि-5 जैसी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें भारत को रणनीतिक बढ़त देती हैं.
- वायु सेना- 2,229 विमान, जिनमें 606 फाइटर जेट (राफेल, सुखोई-30, तेजस), 373 हेलीकॉप्टर (अपाचे, चिनूक) और हेरॉन ड्रोन शामिल हैं. डीआरडीओ की लेजर-आधारित स्टार वार्स तकनीक भारत को वैश्विक स्तर पर विशिष्ट बनाती है. डीआरडीओ चेयरमैन समीर वी कामत ने कहा ‘हम दुनिया में चौथे या पांचवें नंबर पर हैं. जिन्होंने इस सिस्टम को प्रदर्शित किया है.’
- नौसेना- 150 युद्धपोत, जिनमें दो विमानवाहक पोत (आईएनएस विक्रमादित्य, विक्रांत), 18 पनडुब्बियां (कलवरी, अरिहंत) और विध्वंसक शामिल हैं. भारत की ब्लू-वाटर नौसेना विश्व में छठे स्थान पर है.
- रक्षा बजट- 2025-26 में ₹6.8 लाख करोड़ (लगभग $81.3 बिलियन), जो पाकिस्तान से 8 गुना अधिक है.
- परमाणु क्षमता- भारत की न्यूक्लियर ट्रायड (जमीन, हवा, समुद्र) और 160-180 वॉरहेड्स उसे रणनीतिक तौर पर अजेय बनाते हैं.
भारत का स्वदेशी रक्षा उत्पादन जैसे तेजस, ब्रह्मोस और अरिहंत ने इसे आत्मनिर्भर बनाया है. रणनीतिक रूप से भारत की भौगोलिक स्थिति और वैश्विक साझेदारियां (जैसे क्वाड, यूएस-इंडिया डिफेंस कॉरिडोर) इसे और मजबूत करती हैं.
पाकिस्तान की सैन्य ताकत-
पाकिस्तान की सैन्य ताकत आर्थिक संकट, तकनीकी पिछड़ेपन और आतंकी नेटवर्क से जुड़े विवादों के कारण कमजोर हुई है.
- मानव बल- 6.54 लाख सक्रिय सैनिक, 5.5 लाख रिजर्व सैनिक और 5 लाख पैरामिलिट्री बल.
- थल सेना- 3,742 टैंक (अल-खालिद, टी-80यूडी, अल-जर्रार), 50,523 बख्तरबंद वाहन, 752 सेल्फ-प्रोपेल्ड आर्टिलरी. शाहीन, गौरी और बाबर मिसाइलें इसकी ताकत हैं. लेकिन भारत की अग्नि और ब्रह्मोस की तुलना में सीमित हैं.
- वायु सेना- 1,399 विमान, जिनमें 328 फाइटर जेट (जेएफ-17, एफ-16, मिराज III/V), 91 हेलीकॉप्टर. जे-10सी को कुछ विशेषज्ञ राफेल से बेहतर मानते हैं लेकिन इसका युद्ध अनुभव शून्य है.
- नौसेना- 114 जहाज, 8 पनडुब्बियां (अगोस्ता 90B), 9 फ्रिगेट. कोई विमानवाहक पोत नहीं. अगले दशक तक 50 जहाजों की योजना है लेकिन आर्थिक संकट इसे मुश्किल बनाता है.
- रक्षा बजट- $10.3 बिलियन, जो भारत के बजट का आठवां हिस्सा है.
- परमाणु क्षमता- 150-170 वॉरहेड्स, 2025 तक 200 तक पहुंचने की संभावना. बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार ‘पाकिस्तान के पास 8-9 मिसाइल भंडार हैं. जिनमें छोटी दूरी की नस्र मिसाइलें भारतीय सीमा के पास तैनात हैं.’
भारत vs पाकिस्तान-
भारत और पाकिस्तान की सैन्य ताकत की तुलना में भारत कई मोर्चों पर स्पष्ट रूप से आगे है-
- मानव बल और उपकरण- भारत के पास दोगुने से अधिक सक्रिय सैनिक और पांच गुना पैरामिलिट्री बल हैं. भारत के टैंक, मिसाइलें और तोपखाने तकनीकी और संख्यात्मक रूप से बेहतर हैं.
- वायु शक्ति- भारत की वायुसेना न केवल संख्या में बल्कि राफेल, सुखोई-30 और ड्रोन जैसे उन्नत उपकरणों में भी पाकिस्तान से आगे है. पाकिस्तान के जेएफ-17 और एफ-16 सीमित रेंज और तकनीक वाले हैं.
- नौसैनिक क्षमता- भारत की ब्लू-वाटर नौसेना, जिसमें विमानवाहक पोत और परमाणु पनडुब्बियां शामिल हैं. पाकिस्तान की तुलना में कहीं अधिक प्रभावी है.
आर्थिक और कूटनीतिक ताकत- भारत का रक्षा बजट और वैश्विक साझेदारियां (यूएस, रूस, फ्रांस) उसे रणनीतिक बढ़त देती हैं जबकि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में है.
- परमाणु क्षमता- दोनों देश परमाणु हथियारों से लैस हैं लेकिन भारत की न्यूक्लियर ट्रायड और मिसाइल रेंज (अग्नि-5, 5,000+ किमी) पाकिस्तान (शाहीन-III, 2,750 किमी) से बेहतर है.
वर्तमान में तनाव-युद्ध की आशंका
पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. भारत ने अपनी बैलिस्टिक मिसाइलों को ‘रेडी टू अटैक’ मोड में रखा है. LoC पर लगातार गोलीबारी की खबरें हैं और पाकिस्तान ने भारतीय सीमा की ओर मिसाइल लॉन्चर तैनात किए हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ‘निष्पक्ष जांच’ की पेशकश की है. लेकिन जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे खारिज करते हुए कहा ‘पहले पाकिस्तान ने हमले को भारत द्वारा ‘मंचित’ करार दिया. अब जांच की बात कर रहा है.’
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