मुजफ्फरनगर से ताल्लुक रखने वाले लियाकत अली खान को ब्राह्मण लड़की से इश्क को गया। आइए जानते हैं कि कैसे ब्राह्मण परिवार की एक बेटी मुस्लिम युवक के लिए अपना धर्म छोड़कर पाकिस्तान चली गई।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली का नाम उत्तर प्रदेश से भी जुड़ा हुआ है, खासकर मुजफ्फरनगर से। लियाकत अली ने अपनी बेगम के लिए यहां पर एक कोठी बनाई थी। आपको बता दें कि लियाकत अली ने दो शादी की थी जिसमें से एक यूपी की रहने वाली कुमाऊंनी ब्राह्मण थी। मुजफ्फरनगर से ताल्लुक रखने वाले लियाकत अली खान को ब्राह्मण लड़की से इश्क को गया। आइए जानते हैं कि कैसे ब्राह्मण परिवार की एक बेटी मुस्लिम युवक के लिए अपना धर्म छोड़कर पाकिस्तान चली गई।
करनाल के नवाब के बेटे लियाकत अली की रियासत मुजफ्फरनगर तक थी और वह आकर्षक व्यक्तित्व के थे। लार्ड माउंटबेटन द्वारा बनाई गई पहली अंतरिम सरकार में वह वित्त मंत्री बनाए गये थे। लियाकत अली ने बजट में भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी। लियाकत ने शीला से शादी की थी। शीला पंत अल्मोड़ा के कुमाऊंनी ब्राह्णण परिवार से थीं। शीला पंत लखनऊ में पढ़ने जाती थीं तभी उनकी मुलाकात लियाकत अली से हुई।
शीला पंत लंबी और काफी सुन्दर थीं। शीला पढ़ने-लिखने में भी तेज थीं। लियाकत उनकी सुंदरता पर फ़िदा हो गए। दोनों ने 1931 में निकाह कर लिया। लियाकत अली के प्रेम पास में फंसी शीला पंत मुस्लिम बन गईं और उनसे निकाह कर लिया। शीला के परिवार वाले मॉडर्न थे लिहाजा उन्होंने इस निकाह पर हो हल्ला नहीं मचाया लेकिन कुमाऊंनी समाज में यह खबर बहुत बड़ी बनी। लोगों ने इस शादी का विरोध किया। शीला ने अपना नाम कहकशां रख लिया। पाकिस्तान के लोग उन्हें बेगम राणा लियाकत खान के नाम से बुलाते थे। पाकिस्तान में उन्हें मादरे ए वतन का ख़िताब दिया गया।