बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने एक चौंकाने वाला दावा किया है कि उसने बलूचिस्तान के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है। संगठन का कहना है कि पाकिस्तानी सेना उसकी कार्रवाई के चलते अपनी कई चौकियां खाली कर चुकी है। बीएलए के अनुसार, उसने अफगानिस्तान और ईरान से सटे बलूचिस्तान के हिस्सों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान के कई क्षेत्रों में आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं और आम लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी गई है।
बीएलए ने एक बयान में कहा है कि उसने मस्तूंग और लाखी इलाकों में पाक सेना और उससे जुड़े संस्थानों पर छह अलग-अलग हमले किए। इन हमलों में रिमोट कंट्रोल और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का इस्तेमाल कर खुफिया ठिकानों और संचार टावरों को निशाना बनाया गया।
बीएलए के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब चार बजे जमरान के ढांग इलाके में पाकिस्तानी सेना के बम निरोधक दस्ते (BDS) पर हमला किया गया, जिसमें एक अधिकारी की मौत हो गई। इसके अलावा पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर ग्रेनेड हमले भी किए गए, जिससे कई सैनिकों की जान गई। बीएलए समर्थक संगठन बलोच मजदूर मशीन मैन ने स्थानीय लोगों को पाकिस्तानी सेना की मदद न करने की अपील की है।
इसी बीच क्वेटा में फ्रंटियर कोर मुख्यालय और कंबरानी रोड स्थित एक चेक पोस्ट पर हथियारबंद हमलावरों ने हमला किया। इस हमले में कई धमाकों के बाद गोलीबारी हुई।
उधर, पाकिस्तान ने गुरुवार रात जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इसे नाकाम कर दिया। इसके जवाब में भारत ने लाहौर और कराची में जवाबी कार्रवाई की।
भारत-पाक तनाव के बीच बलोच लेखक मीर यार बलोच ने बलूचिस्तान की आजादी का ऐलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में भारत से दिल्ली में बलूच दूतावास खोलने की अनुमति देने का अनुरोध किया।