श्रीनगर/चंडीगढ़/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. जम्मू-कश्मीर में जहां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को जीत मिली है. वहीं, हरियाणा में बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. इन दोनों राज्यों के चुनाव परिणामों में खास बात यह रही कि पिछले इलेक्शन में जिन दलों ने अच्छा प्रदर्शन किया था, उनकी हालत इस बार खस्ता नजर आई.
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की बुरी तरह हार हुई है. पीडीपी को जहां जम्मू-कश्मीर 3 सीटें मिली हैं. वहीं जेजेपी का हरियाणा में खाता तक नहीं खुल पाया. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती खुद चुनाव हार गईं. वहीं जेजेपी के कर्ता-धर्ता दुष्यंत चौटाला अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए.
बता दें कि पीडीपी और जेजेपी, दोनों ही दल बीजेपी के साथ गठबंधन में रह चुके हैं. पीडीपी जहां 2014 से 2018 तक भाजपा के साथ जम्मू-कश्मीर में सरकार चला चुकी है. वहीं जेजेपी 2019 से 2024 तक बीजेपी की मनोहर लाल खट्टर सरकार का हिस्सा रह चुकी है. बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद दोनों दल जैसे ही चुनाव में उतरे उन्हें बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है. विधानसभा चुनाव में इन दोनों दलों का हाल देखने के बाद अब सियासी गलियारों में जेडीयू को लेकर चर्चा तेज हो गई है. मालूम हो कि नीतीश के विरोधी अक्सर कहते रहते हैं कि बीजेपी एक दिन जेडीयू को खा जाएगी.
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