नई दिल्ली: पूर्व पीएम शेख हसीना के इस्तीफा देने और मुल्क छोड़ने के बाद बांग्लादेश में उथल पुथल मची हुई है। विद्रोह से शुरू हुआ प्रदर्शन अब दंगो में तब्दील हो गया है जिसकी आग हिंदुओं को जला रही है। बांग्लादेश हिंदुओ के लिए पूरी तरह से नर्क बन चुका है। अब तक हिंदू समुदाय पर 200 से ज्यादा हमले हो चुके हैं।
इस बीच, छात्रों सहित हजारों हिंदू आंदोलनकारियों ने देश के विभिन्न हिस्सों में अपने घरों, दुकानों और मंदिरों पर हमलों का विरोध करते हुए शनिवार को लगातार दूसरे दिन ढाका के शाहबाग चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ‘हिंदुओं को बचाओ’, ‘मेरे मंदिरों और घरों को क्यों लूटा जा रहा है? हमें जवाब चाहिए’, ‘स्वतंत्र बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार नहीं चलेगा’ और ‘हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें’ जैसे नारे लगाए।
बांग्लादेश के हिंदुओं को पूर्व पीएम शेख हसीना का समर्थक माना जाता है। उनके देश छोड़ कर भारत आने के बाद से वहां रह रहे हिंदुओं को कट्टरपंथी लोग अपनी नफरत का शिकार बना रहे हैं। हिंदू बेटियों के साथ बलात्कार हो रहा है, पुरुषों की हत्या की जा रही है और उनके घरों में आग लगा कर उन्हे मारा जा रहा है। हिंदुओं के मंदिरों पर हमला हो रहा है और उनके भगवान की मूर्तियां तोड़ी जा रहीं हैं। सांप्रदायिक नफरत का शिकार हो रहे हिंदुओं की संख्या लगातार कम हो रही है। आपको बता दें, बांग्लादेश में हिंदुओं की जनसंख्या 8 % से भी कम है।
आपको बता दें बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन सरकारी नौकरियों में मिल रही कोटा प्रणाली को लेकर शुरू हुआ था, जो कि अंतरिम सरकार के गठन पर आकर खत्म हुआ। अंतरिम सरकार का नेतृत्व मोहम्मद यूनुस करेंगे। बांग्लादेशी दंगो में 500 से ज्यादा लोगों की जान चली गई।
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