नई दिल्ली. राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद केस में सुप्रीम कोर्ट में आज 9वें दिन की सुनवाई शुरू हो गई है. रामलला विराजमान पक्ष की तरफ से आठवें दिन गवाहों के बयान पढ़े गए. जस्टिस बोबड़े ने मुस्लिम गवाहों के बयान पढ़ने को कहा जिसके बाद रामलला विराजमान पक्ष के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कोर्ट में मुस्लिम गवाहों के रिकॉर्डेड बयान पढ़े. आज भी बहस की शुरूआत रामलला विराजमान पक्ष की तरफ से की गई है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में संविधान पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है.
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शाम 4.00 बजे: सुप्रीम कोर्ट में आज की सुनवाई खत्म हो गई है. हिंदू महासभा को अपना पक्ष रखने को कहा गया लेकिन वो तैयार नहीं थे. सीजेआई ने उन्हें तैयार रहने को कहा है. अब सुनवाई कल होगी.
दोपहर 3.55 बजे: रामजन्म स्थान पुनरुद्धार समिति के वकील पीएन मिश्रा ने आइन-ए-अकबरी की बातों को बताया और कहा कि उन्होंने कहीं भी ये नहीं बताया कि बाबर ने मस्जिद बनाई थी. इस पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि मस्जिद किसने बनाई ये मायने नहीं रखता है, चाहे वो बाबर हो या अकबर, सवाल ये है कि वहां पर मस्जिद थी या नहीं.
दोपहर 3.52 बजे- चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा- हमें पुख्ता सबूत चाहिए. हमें नक्शा दिखाएं या कुछ ऐसा दिखाइए कि जिससे पता लग सके कि आप जिस स्थान का दावा कर रहे हैं वो वहीं जगह है. धर्मग्रंथों का इस वक्त मामले से लेना-देना नहीं है क्योंकि सवाल आस्था का नहीं जमीन का है
दोपहर 3.50 बजे- मेरे पिताजी ने 1950 में इस मामले में याचिका दाखिल की थी. CJI ने कहा कि आपने अनुवाद ठीक से नही किया है. इसपर रंजीत कुमार ने कहा कि कुछ साक्ष्य हिंदी में है
दोपहर 3.45 बजे- अयोध्या मामले में अब याचिकाकर्ता गोपाल सिंह विशारद की तरफ से बहस शुरू की गई. वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार बहस कर रहे है
दोपहर 3.21 बजे- रामजन्म स्थान पुनरुद्धार समिति के वकील पी एन मिश्रा ने स्कंद पुराण का जिक्र किया। जिसमें सरयू नदी के नदी में स्नान करने बाद जन्मस्थान का दर्शन करते थे। इसमें मंदिर का जिक्र नही है लेकिन जन्मस्थान का दर्शन करते थे.
दोपहर 3.00 बजे- रामलला विराजमान पक्ष की तरफ से बहस पूरी, रामजन्मस्थान पुनरुद्धार समिति के वकील पी एन मिश्रा ने दलील रखना शुरू किया
सुबह 12.30 बजे- अयोध्या राम जन्मभूमि मामले में आज रामलला विराजमान पक्ष की तरफ से बहस की शुरुआत की गई. वरिष्ठ वकील सी एस वैद्यनाथन ने कहा कि जन्मस्थान अगर देवता है तो कोई भी उस जमीन पर बाबरी मस्जिद होने के आधार पर दावा पेश नहीं कर सकता
सुबह 11.50 बजे- रामलला विराजमान पक्ष के वकील ने कहा- अगर वहां पर मंदिर था और लोग पूजा करते हैं तो कोई भी उस जमीन पर अपना दावा नहीं कर सकता क्योंकि जन्मस्थान खुद में देवता है.
सुबह 11.40 बजे- सी एस वैद्यनाथन ने कहा- अगर ये मान भी लिया जाए कि वहां कोई मंदिर नहीं, कोई देवता नहीं फिर भी लोगों का विश्वास ही बहुत है कि राम जन्मभूमि पर ही श्री राम का जन्म हुआ था. वहां पर मूर्ति रखना उस स्थान को पवित्रता प्रदान करता है.
दोपहर 11.30 बजे- रामलला विराजमान पक्ष के वकील ने कहा- अयोध्या के भगवान रामलला नाबालिग हैं. नाबालिग की संपत्ति को न तो बेचा जा सकता है और न ही छीना जा सकता है.
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