September 11, 2024
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Atique Ahmed: उमेश पाल से क्यों नाराज था अतीक? क्या सजा होने के भय से रचा खूनी खेल? कल मिलेगा इंसाफ

  • WRITTEN BY: Noreen Ahmed
  • LAST UPDATED : March 27, 2023, 11:36 am IST

प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) को आज साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. MP-MLA स्पेशल कोर्ट में 28 मार्च को सुबह तकरीबन 11 बजे अतीक अहमद को पेश किया जाएगा. वहीं कल उमेश पाल अपहरण केस में कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. इस मामले में कोर्ट ने सुनवाई पूरी होने के बाद 17 मार्च को अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था. मिली जानकारी के अनुसार, 25 जनवरी साल 2005 को बसपा के विधायक राजू पाल की प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड मामले में देवीलाल पाल और संदीप यादव की भी जान गई थी. वहीं राजू पाल हत्याकांड मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल का 28 फरवरी साल 2006 को अपहरण कर लिया गया था.

सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि उमेश पाल अपहरण में 8 अभियुक्त वही हैं, जो कि राजूपाल हत्याकांड मामले में भी अभियुक्त थे. इसी मामले की पैरवी से लौटने के बाद 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या कर दी गई. वहीं प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में फायरिंग और बमबाजी में हुई हत्या में उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात दो सरकारी गनर भी मारे गए. इसके बाद पुलिस ने माफिया सरगना और पूर्व सांसद अतीक अहमद के गैंग को इस मर्डर का आरोपी करार करते हुए उन पर शिकंजा कस दिया.

मिली जानकारी के मुताबिक साल 2007 में उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार बनने के बाद उमेश पाल को अगवा करने का मुकदमा दर्ज कराया. साथ ही उमेश पाल ने 5 जुलाई साल 2007 को धूमनगंज थाने में FIR दर्ज कराई. इस एफआईआर पूर्व सांसद अतीक अहमद, भाई अशरफ, दिनेश पासी, अंसार अहमद उर्फ अंसार बाबा, खान सौलत हनीफ, जावेद,फरहान, इसरार, आबिद प्रधान,आशिक उर्फ मल्ली और एजाज अख्तर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया. जहां इस मामले का एक आरोपी अंसार अहमद उर्फ अंसार बाबा की जान जा चुकी है.

मुकदमे की सुनवाई जल्द पूरा होने से डरा अतीक

मिली जानकारी के मुताबिक साल 2009 में इस मामले के आरोपियों पर कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किया और इस मुकदमे का ट्रायल शुरू हुआ. बता दें कि, साल 2016 में कोर्ट परिसर की चौथी मंजिल से उमेश पाल को फेंकने का प्रयास किया गया था. जिसके बाद पीएसी बुलाने पर उमेश पाल की जान बच गई. इस मामले में कर्नलगंज थाने में FIR दर्ज है. इस मामले को प्रभावित करने के लिए अतीक अहमद सुप्रीम कोर्ट गए और मुकदमे का ट्रायल रोके जाने की मांग की. हालांकि, उमेश पाल ने हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर जल्द इस मामले को निपटाने की मांग की. वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दो महीने में 16 मार्च 2023 तक केस की सुनवाई पूरा करने का निदेश दिया. मुकदमे की सुनवाई के चलते अभियोजन ने 8 गवाह पेश किए.

 

 

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