दिसपुर : असम के सीएम अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. असम सरकार बाल विवाह को लेकर सख्ती बरत रही है. सीएम हिमंत बिस्वा ने विधानसभा में कहा कि बाल विवाह पर किसी तरह की सांप्रदयिक कार्रवाई नहीं की जा रही हैं. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा बजट के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सदन को संबोधित कर रहे थे. सीएम ने कहा कि कुछ लोग अपराधियों के लिए रो रहे है लेकिन उन बच्चियों के बारे में सोचिए जो 11-12 साल की उम्र में गर्भवती हो जा रही है.
अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा- सीएम
असम के मुख्यमंत्री हिमंत ने कहा कि राज्य में बाल विवाह स्वीकार्य नहीं है. असम के कुछ विधायक अपराधियों का साथ दे रहे है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीएम ने कहा कि या तो मुझे हटा दो या राज्य में बाल विवाह बंद करो. तीसरा आपलोग के पास कोई विकल्प नहीं है. अपराधियों पर सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी.
‘हमने सभी पर की कार्रवाई ‘
सीएम हिमंत ने अपने भाषण के दौरान कहा कि बाल विवाह के खिलाफ सरकार का क्या एक्शन है उसके बारे में उन्होंने बताया. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि 3 फरवरी की कार्रवाई के बाद से हिंदुओं और मुसलमानों की गिरफ्तारी का अनुपात 45:55 है. सीएम ने कहा की सभी पर कार्रवाई हुई है किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने कहा कि बाल विवाह को लेकर हमारा रूख बिल्कुल स्पष्ट है. हमको इसे राज्य से खत्म करना है. बाव विवाह पर हम नया कानून लाने के बारे में सोच रहे है. नया कानून लाने की तैयारियां शुरू कर दी है 2026 तक कानून आ सकता है. इस कानून में जेल की अवधि 2 साल से बढ़ाकर 10 साल कर दी जाएगी.
‘उम्र बढ़ाने पर हो रहा विचार’
सीएम ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी. हमारी सरकार शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने पर विचार कर रही है.