नई दिल्ली: रिपब्लिक चैनल के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को आज तड़के मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अर्नब पर मां बेटे को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप है. अर्नब की गिरफ्तारी पर एडिटर्स गिल्ड ने बयान जारी किया है. एडिटर्स गिल्ड ने अपने बयान में कहा ‘बुधवार तड़के अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बारे में जानकर हैरानी हुई. हम इस गिरफ्तारी की निंदा करते हैं. यह बहुत ही चिंताजनक है.’ रायगढ पुलिस के मुताबिक अर्नब गोस्वामी को इस केस के सिलसिले में रायगढ़ ले जाया गया है.
कोणार्क रेंज के आईजी संजय महंती के मुताबिक अर्नब गोस्वामी से इस केस के इनवेस्टिगेटिंग ऑफिसर पूछताछ करेंगे और उसके बाद अगला कदम क्या होगा ये तय किया जाएगा. अर्नब गोस्वामी का आरोप है कि उनके साथ पुलिसकर्मियों ने अभद्र व्यवहार किया और उन्हें शारीरिक तौर पर चोट पहुंचाई. रिपब्लिक चैनल ने वो वीडियो भी चलाया जिसमें अर्नब गोस्वामी को खींचकर पुलिस वैन में बिठाया गया.
अर्नब गोस्वामी को हिरासत में लिए जाने की खबर के बाद कई केंद्रीय मंत्री उनके सपोर्ट में आ गए हैं. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ये घटना आपातकाल के दिनों की याद दिलाती है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रेस की आजादी पर किए गए हमले की वो निंदा करते हैं. प्रेस से इस तरीके का व्यवहार नहीं किया जा सकता. हमें ये व्यवहार इमरजेंसी की याद दिलाता है जब प्रेस को इसी तरह ट्रीट किया जाता था.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी अर्नब गोस्वामी को हिरासत में लिए जाने की घटना का विरोध करते हुए इसे प्रेस की आजादी पर खतरा बताया है. उन्होंने भी कहा कि ये घटना इमरजेंसी की याद दिलाती है. केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी भी अर्नब गोस्वामी के समर्थन में उतरीं और ट्वीट कर कहा कि स्वतंत्र प्रेस जो आज अर्नब के साथ नहीं खड़ा वो कहीं ना कहीं फासिज्म के साथ खड़ा है.
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