नई दिल्ली: देश के करीब 80 प्रतिशत हिस्से तक मानसून पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के साथ देश के अधिकतर हिस्सों में भारी बरसात देखने को मिल रही है। हिमाचल प्रदेश में बरसात, बादल फटने और जगह-जगह भूस्खलन होने की वजह से चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे रविवार की रात बंद हो गया है। इसके कारण 10-11 किमी लंबा जाम लग गया और सैकड़ों सैलानी और यात्री रास्ते में ही फंस गए। आईएमडी से मिली जानकारी के मुताबिक कल सोमवार को आने वाले 4 से 5 दिन तक अधिकतर इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी बरसात की चेतावनी जारी की गई है।
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि रविवार की रात बादल फटने से मंडी जिले के बागी नाला में अचानक बाढ़ आ गई और इसी कारण चंडीगढ़-कुल्लू-मनाली नेशनल हाईवे बंद हो चुका है। जानकारी के मुताबिक तकरीबन 21.30 घंटे बाद कल सोमवार (26 जून) दोपहर हाईवे पर एक तरफ से ही आवाजाही बहाल हो सकी। इतना ही नहीं भूस्खलन के चलते राज्य में 301 छोटी-बड़ी सड़कें बंद हो चुकी हैं और साथ ही बिजली के 140 ट्रांसफार्मर ठप पड़ चुके हैं। जम्मू-कश्मीर की ज़्यादातर जगहों पर भारी बरसात हो रही है। कई क्षेत्रों में बाढ़ के आसार नजर आ रहे है।
उत्तराखंड में बरसात और भूस्खलन से छोटी बड़ी 43 सड़कें बंद हो चुकी हैं। बता दें कि इनमें 3 स्टेट हाईवे, 2 मुख्य जिला मार्ग, एक अन्य जिला मार्ग और 37 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं। इसके अलावा पिथौरागढ़ में लगातार बरसात को देखते हुए प्रशासन ने 30 जून तक आदि कैलाश यात्रा पर रोक लगा दी है।
राजस्थान में भारी बरसात देखने को मिली है। राजस्थान के पाली, बारन और चित्तौड़गढ़ में बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत हो चुकी है और 4 घायल हो गए हैं। वहीं दूसरी तरफ मुंबई में 2 दिनों से भारी बरसात से घाटकोपर में रविवार को गिरी इमारत में से सोमवार को 2 लोगों के शव निकाले गए। ठाणे में भी एक इमारत की 40 फुट लंबी चहारदीवारी गिर गई है। मध्य प्रदेश के दमोह में बरसात और आंधी-तूफान की वजह से विवाह का एक मंडप गिरने से 8 लोग घायल हो गए है जिसमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।