होटल या रेस्त्रां में खाना खाने के बाद जब बिल टेबल पर आता है, तो साथ में एक छोटी सी कटोरी में रंग-बिरंगी सौंफ और मीठी मिश्री भी रख दी जाती है। ज्यादातर लोग इसे बस एक फ्री सर्विस मानकर खा लेते हैं। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये परंपरा हर जगह क्यों निभाई जाती है?
असल में यह सिर्फ खाने के बाद मुंह मीठा करने की रस्म नहीं है, बल्कि इसके पीछे छिपे हैं सेहत और ताजगी से जुड़े कई बड़े फायदे। चलिए जानते हैं 5 खास वजहें, जो सौंफ-मिश्री को बनाती हैं हर होटल-रेस्त्रां का जरूरी हिस्सा।
1. पाचन का तुरुप का इक्का
भारी खाना खाने के बाद अक्सर पेट फूलने लगता है। सौंफ में मौजूद प्राकृतिक तेल पाचन को आसान बनाते हैं, जबकि मिश्री पेट की जलन को शांत करती है। यानी ये कॉम्बिनेशन आपके पेट के लिए नेचुरल डाइजेस्टिव मेडिसिन है।
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2. फ्रेश ब्रीद का सीक्रेट
मसालेदार खाने के बाद सांसों की बदबू आना आम है। सौंफ-मिश्री का ये छोटा मिक्स मुंह की बदबू को खत्म कर देता है और आपको देता है तुरंत ताजगी।
3. मीठे की क्रेविंग पर कंट्रोल
कई लोग खाने के बाद मिठाई ढूंढते हैं। लेकिन सौंफ-मिश्री आपको बिना ज्यादा कैलोरी के मीठे का अहसास दे देती है। पेट भी खुश और डायट भी कंट्रोल में।
4. सेहत की छिपी पॉवर
सौंफ आपके शरीर को पोषक तत्वों को अच्छे से अवशोषित करने में मदद करती है। यानी जो खाना खाया, उसका फायदा शरीर तक अच्छे से पहुंचे।
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5. मेहमाननवाजी की परंपरा
भारतीय संस्कृति में खाने के बाद मुंह मीठा करवाना सम्मान की निशानी है। होटल और रेस्टोरेंट सौंफ-मिश्री देकर उसी परंपरा को निभाते हैं ताकि आपका अनुभव यादगार बने।
Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।