नई दिल्ली: किशमिश, सूखे अंगूर से बनी होती है, जो भारतीय रसोई में बहुतायत से उपयोग की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि काली किशमिश, पीली किशमिश से भी ज्यादा फायदेमंद होती है? खासकर दिल, दिमाग और आंखों के लिए यह बेहद फायदेमंद मानी जाती है। आइए जानते हैं कि काली किशमिश का सेवन क्यों करना चाहिए और इसके लाभ क्या हैं।
काली किशमिश में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होती है और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
काली किशमिश में आयरन और बी-विटामिन्स होते हैं, जो दिमाग के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी हैं। ये पोषक तत्व मस्तिष्क को ऊर्जा देते हैं और उसकी कार्यक्षमता बढ़ाते हैं। नियमित रूप से काली किशमिश का सेवन याददाश्त को बढ़ाने और एकाग्रता को सुधारने में मदद करता है।
काली किशमिश में विटामिन ए और कैरोटिनॉयड जैसे तत्व होते हैं, जो आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। ये तत्व आंखों के रेटिना को स्वस्थ रखते हैं और उम्र के साथ आने वाली कमजोरियों, जैसे मोतियाबिंद और आंखों की धुंधलाहट को रोकने में मदद करते हैं।
काली किशमिश में प्राकृतिक फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है। यह कब्ज से राहत दिलाने में भी सहायक होती है और आंतों के स्वास्थ्य को सुधारती है।
काली किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी होते हैं, जो त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाते हैं। यह त्वचा पर उम्र के प्रभाव को कम करता है और बालों के झड़ने को भी नियंत्रित करता है।
काली किशमिश का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे रात में पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं। इससे इसके सभी पोषक तत्व शरीर को अच्छे से मिलते हैं और स्वास्थ्य लाभ अधिक होते हैं।
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