नई दिल्ली : अगर आप पैकेज्ड फ़ूड का सेवन करते हैं तो सावधान हो जाइए। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाले तीन हजार से अधिक रसायन इंसान के शरीर में पहुंच चुके हैं।
जर्नल ऑफ एक्सपोजर साइंस एन्ड एन्वायरमेंटल एपिडेमियोलॉजी पत्रिका में प्रकशित इस अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता बिरगिट गेउके ने बताया की मानव शरीर में पाए गए 3,600 में से लगभग 100 रसायन “मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का कारण माने जाते हैं। गेउके फ़ूड पैकेजिंग फॉर्म फाउंडेशन नाम के ज्यूरीख स्थित एक गैर सरकारी संगठन से जुड़े हैं।
शोधकर्ताओं ने लगभग 14,000 खाद्य-संपर्क रसायनों की एक सूची तैयार की है जो प्लास्टिक, कागज, कांच, धातु या अन्य सामग्रियों से बने पैकेजिंग से भोजन में घुल सकते हैं। ये रसायन भोजन तैयार करने की प्रक्रिया के अन्य भागों, जैसे कन्वेयर बेल्ट या खाना पकाने के बर्तनों से भी आ सकते हैं। शोधकर्ताओं ने मनुष्यों से लिए गए नमूनों में पाए जाने वाले रसायनों के मौजूदा बायोमॉनिटरिंग डेटाबेस में इन रसायनों की खोज की। गेउके ने कहा कि उन्हें कुछ सौ रसायन मिलने की उम्मीद थी, लेकिन इसके बजाय उन्हें 3,000 से अधिक रसायन मिले, जो भोजन के संपर्क में आने वाले सभी रसायनों का एक चौथाई है।
शोधकर्ता ग्यूके ने यह भी स्पष्ट किया कि यह अध्ययन यह साबित नहीं कर सका कि रसायन केवल खाद्य पैकेजिंग के माध्यम से ही शरीर में पहुंचे हैं, क्योंकि अन्य स्रोतों से भी संपर्क संभव है। उदाहरण के लिए, अखबार पर रखा भोजन भी खतरनाक हो सकता है। सबसे अधिक चिंता का विषय रहे रसायनों में कई PFA शामिल हैं, जिन्हें “हमेशा के लिए रसायन” के रूप में जाना जाता है। ये रसायन मानव शरीर के कई हिस्सों में पाए गए हैं और कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े हैं। मानव शरीर में बिस्फेनॉल ए भी पाया गया है, जो एक हार्मोन को बाधित करने वाला रसायन है। इसका उपयोग प्लास्टिक बनाने के लिए किया जाता है। इसे पहले ही कई देशों में बच्चों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बोतलों में प्रतिबंधित किया जा चुका है।
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