आलू खाने में तो सभी को पसंद होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सुंदरता बढ़ाने के लिए रामबाण है। आलू का रस एक किफायती उपचार है जो न केवल चेहरे की रंगत निखारता है बल्कि बुढ़ापे के लक्षणों को भी कम करता है। इसका रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है।
गर्मी के मौसम में हम अपनी सेहत का ध्यान अच्छे से रखते हैं। हमारे शरीर का इतना ख्याल रखते हैं कि आंखों के बारे में भूल ही जाते हैं। इस मौसम में हमारी आंखों पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है।
अगर आप भी सूख कर कांटा हो गए हैं तो सुबह का नाश्ता सुधार लीजिए, रिजल्ट तुरंत दिखने लगेगा। आइए जानते हैं 5 ऐसी चीजों के बारे में जिसे खाने के बाद पतले लोग मोटे हो सकते हैं।
आप क्या खाते-पीते है उसका सारा प्रभाव आपके वजन पर सीधे तौर से पड़ता है. इसलिए वजन कम करने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है.
इस गर्मी में ग्लोइंग स्किन चाहिए तो आपको लौकी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। लौकी के जूस में भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल मिले होते हैं
भारत में डोलो 650 टैबलेट की खपत ने चिंताजनक स्तर छू लिया है. भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर साइरस पोउनावाला ने हाल ही में ट्वीट कर कहा 'भारतीय लोग डोलो 650 को चॉकलेट की तरह खा रहे हैं.' आंकड़े बताते हैं कि देश में प्रतिदिन 7.5 करोड़ स्ट्रिप्स की खपत हो रही है. बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द या मामूली बीमारियों में लोग बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा का सहारा ले रहे हैं.
गर्मियों के दिनों में लू का खतरा ज्यादा रहता है। अब ऐसे में अगर स्कूल जाने वाले बच्चों की बात करें, तो उनकी सेहत का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है। जैसे ही तापमान बढ़ता है, वैसे ही घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
Swapna Shastra: रात में देखे गए सपनों का हमारे जीवन से गहरा रिश्ता होता है। ऐसा माना जाता है कि हर सपना किसी न किसी आने वाली घटना का संकेत जरूर देता है। स्वप्न शास्त्र में इन संकेतों का विस्तार से वर्णन किया गया है। आज हम बात करेंगे तीन ऐसी पक्षियों की, जिसे अगर आपने सपने में देख लिया तो समझ जाइये आपके अच्छे दिन आ गए हैं-
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूरी दुनिया में हर एक लाख लोगों में 12 से 20 लोगों को यह बीमारी होती है। हालांकि, भारत में इसके केस ज्यादा सामने आते हैं, अमेरिका और यूरोप के मुकाबले। भारत में पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) के लगभग 45 से 60 फीसदी मरीजों को बरगर डिजीज होती है।
गर्मियों के दिनों में चेहरे को चमकदार रखना चाहते हैं, तो मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग करना आवश्यक है। इस मौसम में चिलचिलाती धूप, पसीना और धूल-मिट्टी के कारण से त्वचा को कभी नुकसान होता है।