नई दिल्ली: आजकल की व्यस्त जीवनशैली के कारण मधुमेह और दिल के दौरे जैसी बीमारियाँ आम होती जा रही हैं। मधुमेह, जिसे मूक रोग भी कहा जाता है, एक बार शरीर में प्रवेश करने के बाद जीवनभर पीछा करती है। इसके इलाज की कोई पूर्ण दवा नहीं है, लेकिन आहार और व्यायाम से इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है। खजूर के बीज मधुमेह के प्रबंधन में सहायक साबित हो सकते हैं।
खजूर का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए नहीं किया जाता क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है। लेकिन खजूर के बीज मधुमेह को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं। खजूर के बीज में कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो रक्त ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने में सहायता करते हैं और पाचन संबंधी समस्याओं को भी दूर करते हैं। इसके अलावा, खजूर के बीज में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में मुक्त कणों को संतुलित करने में मदद करते हैं।
1. खजूर को धोएं और बीज निकालें: खजूर को अच्छे से धोएं और बीज को अलग करें।
2. बीजों को सुखाएं: खजूर के बीजों को कुछ दिनों के लिए धूप में सुखाएं।
3. बीजों को भूनें: सूखे बीजों को पैन में हल्का सा भूनें और ठंडा होने के लिए रख दें।
4. बीजों को पीसें: ठंडा होने के बाद, बीजों को मिक्सर में पीस लें और एयरटाइट कंटेनर में सुरक्षित रखें।
5. दैनिक सेवन: प्रतिदिन आधा चम्मच पिसे हुए बीजों को गर्म पानी में मिलाकर खाली पेट पिएं। इस उपाय को 7 दिनों तक नियमित रूप से करें ताकि आपको अच्छे परिणाम मिल सकें।
किसी भी घरेलू उपचार को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। इस तरह से खजूर के बीज का नियमित सेवन मधुमेह नियंत्रण में सहायक हो सकता है और आपकी सेहत को बेहतर बना सकता है।
ये भी पढ़ें: रोज खाली पेट केला खाने के चमत्कारी फायदे, 30 दिन में दूर होंगी कई गंभीर बीमारियां
ये भी पढ़ें:रोटी बनाते समय इन खतरनाक गलतियों से बचें, वरना आपको हो सकता है कैंसर!