बढ़ता प्रदूषण हार्ट के मरीजों के लिए है बड़ा खतरा, जानें कैसे करें बचाव

नई दिल्ली: शहर में बढ़ता वायु प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो हृदय (हार्ट) रोगों से पीड़ित हैं। प्रदूषण में मौजूद सूक्ष्म कण, जैसे पीएम 2.5 और पीएम 10, सांस के साथ शरीर में प्रवेश कर हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। ये कण […]

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बढ़ता प्रदूषण हार्ट के मरीजों के लिए है बड़ा खतरा, जानें कैसे करें बचाव
  • November 13, 2024 9:32 am Asia/KolkataIST, Updated 4 weeks ago

नई दिल्ली: शहर में बढ़ता वायु प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो हृदय (हार्ट) रोगों से पीड़ित हैं। प्रदूषण में मौजूद सूक्ष्म कण, जैसे पीएम 2.5 और पीएम 10, सांस के साथ शरीर में प्रवेश कर हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। ये कण रक्त में घुलकर दिल तक पहुंच सकते हैं और हृदय को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।

हार्ट के मरीजों पर प्रभाव

विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक प्रदूषित हवा में रहने से दिल की धड़कन असामान्य हो सकती है, ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, हृदय रोग से जुड़े लगभग 25% मामले वायु प्रदूषण से जुड़े होते हैं।

प्रदूषण से पेशेंट्स को होने वाली समस्या

शहर में हवा का स्तर बढ़ते प्रदूषण की वजह से बेहद खराब हो चुका है। पॉल्यूशन हृदय रोगियों और हमारे फेफड़ों के लिए जोखिम कारक बनता है। ऐसे में हवा में मौजूद कई हानिकारक तत्व जैसे कि धूल के छोटे कण, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड सीधे तौर पर व्यक्ति के रेस्पिरेट्री टैक्ट और हृदय प्रणाली को नुकसान पहुंचाती है। सांस के जरिए ये हानिकारक तत्व ब्लड में मिल सकते हैं। इसके बाद ये नसों और शरीर में सूजन का कारण बनते हैं। यह सूजन नसों के मार्ग को छोटा करते हैं। इसके कारण ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और साथ ही हार्ट को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त ब्लड न मिलने से हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है।

बचाव के तरीके

1. प्रदूषण में बाहर निकलने से बचें: कोशिश करें कि प्रदूषण अधिक होने पर बाहर कम जाएं, खासकर सुबह और शाम के समय जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है।

2. मास्क का उपयोग करें: बाहर जाते समय एन95 मास्क का उपयोग करें, जो हवा में मौजूद खतरनाक कणों से बचाव कर सकता है।

3. हेल्दी डायट: अपनी डायट में एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स शामिल करें, जो शरीर को प्रदूषण के असर से बचाने में मदद कर सकते हैं।

4. घर में एयर प्यूरिफायर का उपयोग करें: घर में एयर प्यूरिफायर रखने से अंदर की हवा साफ रहती है, जिससे फेफड़ों और दिल को राहत मिलती है।

5. रेगुलर चेकअप कराएं: दिल के मरीजों को नियमित रूप से हार्ट चेकअप कराना चाहिए ताकि किसी भी खतरे को समय रहते पकड़ा जा सके।

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