नई दिल्ली: एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस या फिर बर्ड फ्लू के नाम से जाने जानें वाली बीमारी बन सकती है अगली महामारी। जानिए इस संक्रमण के बारे में सबकुछ।
कैसी बीमारी है ये?
H5N1 वायरस एक ऐसा संक्रमण जो पक्षियों से फैलता है। हाल ही में WHO ने इस बीमारी को लेकर बड़ा खुलासा किया है, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार इंसानों को अब इस बीमारी को सतर्कता से लेना चाहिए क्योंकि ये वायरस महामारी का रूप ले सकती है। इसके बाद से ही सभी देश इसे गंभीरता से ले रहे हैं। जानिए इस बीमारी से कैसी समस्यआएं हो सकती है।
एवियन इन्फ्लुएंजा, इस बीमारी का वायरस गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है. ये आपको न्यूरोलॉजिकल समस्याएं दे सकता हैं, ऐसे में इस स्थिति को गंभीरता से लेने की बहुत जरूरत है।पश्चिम बंगाल में यह फ्लू अब इंसानों को भी शिकार बना रहा है।
बर्ड फ्लू में सबसे ज्यादा खतरा न्यूरो सिस्टम को पड़ता है। इस वायरस से सेंट्रल नर्वस सिस्टम में संक्रमण तेजी होता है।इस बीमारी के गंभीर मामलों में मरीज कई बार एन्सेफलाइटिस का शिकार हो जाते हैं।जिससे दिमाग में सूजन हो सकती है. बार-बार दौरे पड़ सकते हैं और कई बार मरीज कोमा में भी चले जाते हैं। न्यूरोलॉजिकल फंक्शन के अलावा इस संक्रमण से इंसान की इम्युनिटी नॉर्मल से भी ज्यादा कमजोर हो जाती है।
तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, खांसी, गले में खराश, डायरिया के साथ सांस लेने में दिक्कत होना। कोई गंभीर रूप से बीमार है तो उसकी दिल की धड़कने तेज महसूस होंगी और निमोनिया भी हो सकता हैं।
यह बीमारी दुनिया में किसी भी समय बड़ी महामारी में तबदील हो सकती है। ऐसे में स्थिति को पहले से संभालना जरूरी है, इसी तर्ज पर WHO भी कदम बढ़ा रहा है। जल्द ही WHO अत्याधुनिक मैसेंजर RNA तकनीक के प्रयोग से बर्ड फ्लू के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन का निर्माण कर सकती है। ये टीके आर्थिक रूप से कमजोर देशों के लिए बनाई जा सकती है। फिलहाल WHO इस विषय पर विचार-विमर्श कर रहा है।
WHO की पहल के बाद से ही भारत mRNA का उपयोग करके अपने स्वयं के टीके बनाने की सोच रहा है। इस योजना से देश में ज्यादा लोगों तक लाभ पहुंच पाएगा।
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