अंग्रेजी में कहा जाता है कि फर्स्ट इंप्रेशन इज द लास्ट इंप्रेशन। इसका मतलब है कि आपने किसी को पहली बार जो भी देखा, वही आपके दिमाग में रहता है। अब असली मुद्दे पर आते हैं। साइंस डायरेक्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों को छोटी पुतलियों वाली आंखें ज्यादा आकर्षक लगती हैं।
नई दिल्ली : इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हजारों हैं… कल्पनाओं की दुनिया में सबसे अधिक जिसका राज है, वह हमारी आँखें। इन आँखों पर न जाने कितने शेरों-शायरी के रास्ते हैं, आप जहाँ जाएंगे, वहाँ एक नायाब शायरी आँखों पर करने वाला मिल ही जाता है। क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि आँखों पर ही इतना शेरों-शायरी और गीत क्यों लिखा गया है… नहीं सोचा न! कुछ तो यहाँ तक लिखते हैं कि तेरी आँखों में डूबने को जी चाहता है। अब सवाल यह है कि इन आँखों में कोई ऐसे डूब जाता है?
अगर किसी की खूबसूरती का जिक्र करना हो तो सबसे पहले हम उसकी आंखों से ही बात करते हैं। आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि फलां व्यक्ति की आंखें बहुत खूबसूरत होती हैं। लोग आंखों की तुलना झील, नदी, समुद्र और कई दूसरी चीजों से भी करते हैं। दरअसल, किसी से मिलने का सिलसिला बाद में शुरू होता है, सबसे पहले हमारी आंखें किसी को देखती हैं और फिर वो छवि हमेशा के लिए दिमाग में बस जाती है और अगर ये आंखें, जिन्हें नेत्र, नयन, लोचन, चक्षु और न जाने कितनी ही नामों से जाना है, एक-दूसरे के संपर्क में आ जाएं तो क्या ही कहने…
अंग्रेजी में कहा जाता है कि फर्स्ट इंप्रेशन इज द लास्ट इंप्रेशन। इसका मतलब है कि आपने किसी को पहली बार जो भी देखा, वही आपके दिमाग में रहता है। अब असली मुद्दे पर आते हैं। साइंस डायरेक्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों को छोटी पुतलियों वाली आंखें ज्यादा आकर्षक लगती हैं। इस पर बाकायदा एक प्रयोग किया गया है। शोध में शामिल 60 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें छोटी पुतलियों वाले लोगों की आंखें ज्यादा खूबसूरत लगती हैं।
आपने कई लोगों को देखा होगा जिनकी आईरिस का रंग सामान्य रंग से अलग होता है। उदाहरण के लिए- नीला, हरा या भूरा। यह सब मेलेनिन के कारण होता है। शोध के मुताबिक, 60 फीसदी से ज्यादा पुरुषों को नीली आंखों वाली महिलाएं आकर्षक लगती हैं। इसके अलावा उन्हें ग्रे, ब्राउन और ग्रीन आईरिस वाली महिलाएं भी पसंद आती हैं। वहीं, महिलाओं को ब्राउन आंखों वाले पुरुष ज्यादा पसंद आते हैं।
शोध सिर्फ हमारी आंखों, उनकी पुतलियों और आईरिस पर ही नहीं हुआ है। एक अध्ययन में कहा गया है कि लोगों को आकर्षित करने में पलकें भी अहम भूमिका निभाती हैं। महिलाओं के लिए यह अनुपात 1:4 और 1:3 है, जबकि पुरुषों के लिए यह अनुपात 1:10 या 1:4 के आसपास है। इन मानकों वाले व्यक्ति की आंखें सुंदर मानी गई हैं।
अब बात करते हैं आँखों से संपर्क की। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि जब कोई व्यक्ति किसी की आंखों में देखता है, तो उसकी पुतलियां सामने वाले व्यक्ति की पुतलियों से सिंक हो जाती हैं। यानी पुतलियाँ फैल या सिकुड़ सकती हैं। यह बातचीत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आँखों से संपर्क करने से हमें दूसरों को समझने और उनसे जुड़ने में मदद मिलती है।
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