नई दिल्ली : मुसलमान इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों को कहा जाता है. सभी मुसलमान एक ही खुदा को मानते हैं. मुसलमान खुदा को अल्लाह कहते हैं. लेकिन एक ही खुदा को मानने वाले मुसलमान कई पंथों में बंटे हुए है. इनकी विचारधारा और रहन-सहन में अलग है. तो चलिए जानते हैं मुसलमान कितने प्रकार के होते हैं.
पूरी दुनिया में 1.8 बिलियन की आबादी मुसलमानों की है. यह सभी मुसलमान इस्लाम धर्म को मानते है. इसके बावजूद यह चार अलग-अलग पंथों में बंटे हैं. इसमें शिया, सुन्नी, अहमदिया और सूफी मुसलमान शामिल है. वहीं सबसे ज्यादा 85 प्रतिशत आबादी सुन्नी पंथ की है और शिया की 15 प्रतिशत आबादी है. दुनिया में मुसलमान सबसे ज्यादा पूर्व एशिया और दक्षिण एशिया के देशों में रहते हैं.
सुन्नी शब्द से मतलब परंपरा होता है. ये शब्द अरबी से निकला हुआ है. आसान शब्दों में समझे तो सुन्नी का मतलब जो व्यक्ति अल्लाह की कही बातों का पालन करता है. इस्लाम धर्म को मानने वाले मुसलमानों में सुन्नी मुसलमानों की संख्या सबसे अधिक है. हर मुसलमान की तरह यह भी कुरान में कही बातों को मानते हैं. सुन्नी मुसलमान पांचों वक्त की नमाज अदा करते हैं.
हऩाफी सुन्नी
मालिकी सुन्नी
हंबली सुन्नी
शाफ़ई सुन्नी
सलफ़ी सुन्नी
शिया मुस्लिम इस्लाम की दूसरी सबसे बड़ी आबादी है. इनके मुताबिक पैंगबर मुहम्मद ने अली इब्न तालिब को अपना उत्तराधिकारी माना था. और उनको इमाम चुना था. शिया मुसलमानों के कई उप-संप्रदाय है. ईरान. इराक, अज़रबैजान, में सबसे ज्यादा शिया मुसलमान है.
सूफीवाद इस्लाम में तपस्वी मुसलमान को कहते है. इसका पालन दुनिया के करोड़ों मुसलमान करते हैं. मुस्लिम जगत में सूफी मुस्लिम को तसव्वुफ़ के नाम से जाना जाता है. वहीं शिया में सूफी संप्रदाय है. सूफीवाद को मानने वाले लोग आंतरिक शुद्धिकरण के जरिए अल्लाह के समीप आ सकते हैं. वह अल्लाह को और मुहम्मद को अपना दूत मानते हैं.
पूरी दुनिया में अहमदिया मुसलमानों की संख्या 10 से 20 मिलियन है. यह मुस्लिम आबादी का 1 प्रतिशत हिस्सा है. अहमदिया समुदाय का नींव मिर्जा गुलाम अहमद ने की थी. मिर्जा गुलाम अहमद ने पंजाब के कादियान में जन्म लिया था. इसे मानने वाले लोग खुद को अहमदिया कहते हैं.
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