नई दिल्ली : ओरल सेक्स से तात्पर्य है . जिसमें मुंह, होंठ और जीभ का इस्तेमाल सिर्फ किया जाता है. ओरल सेक्स करते समय अगर सावधानी नहीं बरती जाएगी तो इससे स्वास्थ्य से जुड़े नुकसान हो सकते हैं और यह कई खतरनाक बीमारियों की वजह बन सकती है.
यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले के मुताबिक अगर ओरल सेक्स सेफ तरीके से नहीं किया गया .तो इसका आपको स्वास्थय के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है. ओरल सेक्स के दौरान प्रेग्नेंसी का कोई चांस नहीं होता है. लेकिन इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ ज्यादा है.ओरल सेक्स के दौरान सबसे ज्यादा एसटीआई यानी यौन संचारिक इंफेक्शन होने का खतरा होता है. ओरल सेक्स में कई अंगों में लिकिंग और सकिंगहोती है. जिसके वजह से एसटीआई का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है.
ओरल हर्पीस और जेनीटल हर्पीस ये बीमारी मुंह और त्वचा पर होता है. इस बीमारी में घाव के आसपास फफोले पड़ जाते हैं. वहीं जेनीटल हर्पीस में प्राइवेट पार्ट में दाने, छाले, खुजली की जैसी समस्या होती है.
ओरल सेक्स के दौरान हेपेटाइटिस ए का खतरा बढ़ जाता है. इससे आंतों में इंफेक्शन हो जाता है. यह इंफेक्शन मल के कारण फैलता है. अगर आप अपने पार्टनर के प्राइवेट पार्ट को छूते हैं तो आपको हेपेटाइटिस ए का खतरा रहता है
अगर आप एचआईवी से पीड़ित लोगों के साथ ओरल सेक्स करते है तो आपको एचआईवी बीमारी होने का आशंका बढ़ जाता है. अगर किसी के मुंह में घाव या मसूड़ों से खून बह रहा है या महिला को पीरियड्स होते है तो ऐसी स्थिति में पार्टनर को एसटीआई होने का खतरा बढ़ जाता है.
सिफलिस बहुत खतरनाक बीमारी इसे पूरी तरह से ट्रीट नहीं किया गया तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है. लेकिन सिफलिस का इलाज करके इससे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है.ओरल सेक्स करने के दौरान सिफलिस के घाव के सीधे संपर्क में आने के कारण दूसरे पार्टनर को भी सिफलिस बीमारी हो सकती है.