नई दिल्ली: आपने कई बार अबीर और गुलाल के बारे में सुना जरूर होगा लेकिन आप में कई लोग इन दोनों में भेद नहीं कर पाते होंगे. इस बार होली में आप भी गुलाल और अबीर का भेद कर पाएंगे. आज हम आपको ये भेद अच्छे से समझाने वाले हैं.
क्या है दोनों में अंतर?
दरअसल अबीर और गुलाल में एक बेहद छोटा सा अंतर है. दोनों का ही प्रयोग होली में रंगों के तौर पर किया जाता है जहां दोनों ही लाल,नीले पीले गुलाबी आदि रंगों में नज़र आते हैं. हालांकि अबीर में अपनी खुशबू भी होती है जो सुगंध और रंग दोनों के लिए जाना जाता है. दूसरी ओर गुलाल का स्वभाव केवल रंगीन पाउडर की तरह होता है. जहां गुलाल का इस्तेमाल रंग की तरह होली के दिन एक दूसरे पर फेंकने के लिए किया जाता है. गुलाल बहुत से अलग-अलग रंगों में आता है जहां इसका हरा, लाल पीला रंग काफी प्रसिद्ध है. लेकिन बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश के गांवों में गुलाल से अधिक अबीर को प्राथमिकता दी जाती है.
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
भद्रा काल 6 मार्च को शाम 4.18 मिनट से शुरू होगा. शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा के साथ भद्रा होने पर पूर्णिमा के रहते हुए पुच्छ काल में यानी भद्रा के आखिरी समय में होलिका दहन किया जा सकता है. भद्रा का पुच्छ काल पूर्णिमा तिथि के साथ 6 और 7 मार्च के मध्य रात 12.40 से 2 बजे तक रहेगा. होलिका दहन इसी बीच किया जा सकता है, हालांकि भद्रा में होलिका पूजन नहीं करने की भी मान्यता है. ऐसे में पूजा के लिए सोमवार यानी आज की शाम 6.24 से 6.48 मिनट तक का शुभ मुहूर्त दिया गया है. ऐसे में होली 8 मार्च और होलिका दहन 7 मार्च को पड़ रही है.
अलग-अलग शहर में क्या है मुहूर्त?
बता दें, अलग-अलग शहरों में होलिका दहन का मुहूर्त भी अलग होने वाला है. आप अपने शहर का मुहूर्त देखने के लिए नीचे दी गई सूची को चेक कर सकते हैं.
उज्जैन – 12.40 AM- 05.56 AM (6-7 मार्च की दरमियानी रात)
वाराणसी – 12.40 AM – 05.56 AM (6-7 मार्च की दरमियानी रात
नई दिल्ली – 06.24 PM- 08.51 PM (7 मार्च 2023)
मुंबई – 06.46 PM – 08.52 PM (7 मार्च 2023)
जयपुर – 06.31 PM – 08.58 PM (7 मार्च 2023)
कोलकाता – 05.42 PM – 06.09 PM (7 मार्च 2023)
रांची – 05.54 PM – 06.09 PM (7 मार्च 2023)
रायपुर – 06.10 PM – 08.36 PM (7 मार्च 2023)
पटना – 05.54 PM – 06.09 PM (7 मार्च 2023)
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