नई दिल्ली: अंतरिक्ष में छिपे रहस्यों को समझने और अंतरिक्ष विज्ञान में अपना करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए कई कोर्स उपलब्ध हैं, जो आपको इस दिशा में बेहतरीन करियर बनाने में मदद करेंगे। अगर आप ब्रह्मांड, सितारों, ग्रहों और अंतरिक्ष से जुड़े विषयों में रुचि रखते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यहां हम आपको उन कोर्स के बारे में बताएंगे जो आपको इस क्षेत्र में बेहतरीन अवसर प्रदान कर सकते हैं।
ब्रह्मांड में रुचि रखने वाले छात्र अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में बीटेक कर सकते हैं। यह एक बहुत ही रोमांचक और उभरता हुआ क्षेत्र है। जो अंतरिक्ष अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के विकास में विशेष योगदान देता है। अगर आप अंतरिक्ष, उपग्रहों, रॉकेट और ब्रह्मांड की गहराइयों को समझने में रुचि रखते हैं, तो यह डिग्री आपके लिए सही विकल्प हो सकती है। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में बीटेक आपको अंतरिक्ष से जुड़े हर तकनीकी पहलू में पारंगत बनाता है।
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में बीटेक एक इंजीनियरिंग कोर्स है, जो आपको अंतरिक्ष यान, रॉकेट, उपग्रह और अन्य अंतरिक्ष मिशनों से जुड़ी तकनीकों का अध्ययन कराता है। यह कोर्स आपको अंतरिक्ष मिशनों और उनके डिजाइन, निर्माण और कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक तकनीकी ज्ञान और उपकरणों के बारे में विस्तृत जानकारी देता है।
अगर आप अंतरिक्ष यान, उपग्रह और रॉकेट के डिजाइन और निर्माण में रुचि रखते हैं, तो एयरोस्पेस इंजीनियरिंग एक बेहतरीन विकल्प है। इस क्षेत्र में आपको अंतरिक्ष यान के निर्माण और अंतरिक्ष में काम करने वाली तकनीकों के बारे में पढ़ाया जाता है। इसके साथ ही आप उपग्रहों और अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी तकनीकों को भी समझ पाएंगे।
यह स्ट्रीम पृथ्वी और अन्य ग्रहों की सतह की जांच करने के लिए उपग्रहों का उपयोग करती है। रिमोट सेंसिंग के माध्यम से आप ग्रहों की सतह, जलवायु और भूगर्भीय संरचनाओं का अध्ययन कर सकते हैं। अगर आपको ग्रहों और उनके पर्यावरण के बारे में जानकारी इकट्ठा करने का शौक है, तो यह स्ट्रीम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
इस ब्रांच के तहत आप सैटेलाइट कम्युनिकेशन और रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए अंतरिक्ष में संचार स्थापित करने की तकनीक सीख सकते हैं। अगर आपको सैटेलाइट और उनके संचार सिस्टम में दिलचस्पी है, तो यह स्ट्रीम आपके लिए सही रहेगी।
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