नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने भारत के छात्रों को चेतावनी दी है. इसमें कहा गया है कि अगर छात्रों ने पाकिस्तान से पढ़ाई की तो उन्हें भारत में नौकरी नहीं मिलेगी. दोनों संस्थानों की तरफ से जारी की गई अपील में कहा गया है कि भारतीय छात्र पाकिस्तान के किसी कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान में एडमिशन न लें, नहीं तो वे अपने देश में कोई नौकरी या उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए पात्र नहीं रहेंगे.
चीन के संस्थानों में भारतीय छात्रों को उच्च शिक्षा हासिल करने से बचने की चेतावनी देने के एक माह के भीतर यूजीसी और एआईसीटीई की ओर से संयुक्त रूप से यह परामर्श जारी किया गया है. परामर्श में कहा गया है, ‘सभी छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे उच्च शिक्षा के लिए पाकिस्तान न जाएं. पाकिस्तान के किसी कॉलेज या शिक्षण संस्थान में कोई भी भारतीय नागरिक या भारतीय मूल का विदेश नागरिक (OIC) प्रवेश लेना चाहता है तो वह पाकिस्तानी प्रमाण-पत्र के आधार पर भारत में नौकरी या उच्च शिक्षा के लिए पात्र नहीं रह जाएगा.’
इसमें कहा गया है, ‘हालांकि, प्रवासी नागरिक और उनके बच्चे जिन्होंने पाकिस्तान में शिक्षा पाई है तथा भारत द्वारा उन्हें नागरिकता मिली हुई है, वे भारत में रोजगार हासिल करने के लिए पात्र होंगे, बशर्ते गृह मंत्रालय की ओर से सुरक्षा मंजूरी मिले.’ एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्रबुद्धे के अनुसार, भारतीय छात्रों को यह सलाह देने की जरूरत है कि उन्हें शिक्षा के लिए किन संस्थानों और देशों की यात्रा करनी चाहिए.
यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा, ‘यूजीसी और एआईसीटीई भारतीय छात्रों के हित में ऐसे सार्वजनिक नोटिस जारी करते हैं, जो देश के बाहर उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हाल के दिनों में हमने देखा है कि कैसे हमारे छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, क्योंकि वे अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए विदेश वापस नहीं जा सके.
यह भी पढ़ें
जहांगीरपुरी में 2 हफ्ते तक नहीं चलेगा बुलडोजर, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक