Tejashwi Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीति गर्माती हुई नजर आ रही है। इन दिनों बिहार में वक्फ कानून का मुद्दा काफी जोर पकड़ा हुआ है। राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है और साफ तौर पर कहा है कि वह धर्म की नहीं, कर्म की राजनीति में विश्वास रखते हैं। उन्होंने मंच से भाजपा प्रवक्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, “दिल्ली में जितने भी भाजपा के चिरकुट हैं…संघी लोग हैं, वे दो दिनों से हमें गाली दे रहे हैं। कभी हमें ‘नमाजवादी’ कह रहे हैं, कभी ‘मौलाना’।”
तेजस्वी ने किया पलटवार
तेजस्वी यादव मंगलवार (01 जुलाई, 2025) को पटना के बापू सभागार में आयोजित अब्दुल कय्यूम अंसारी की 120वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम मुद्दों की बात करते हैं, वे मुर्दों की बात करते हैं। नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है। ‘हम मंदिर भी सजाएंगे, मस्जिद भी सजाएंगे…’
तेजस्वी यादव ने कहा, “हम धर्म के नाम पर नहीं, बल्कि काम के नाम पर अपनी पहचान बनाएंगे। हम मंदिर भी सजाएंगे, मस्जिद भी सजाएंगे, जनता से हमारा रिश्ता सिर्फ राजनीति का नहीं, बल्कि भावनाओं का है। जब हमारी समस्याएं एक जैसी हैं, तो हम अलग कैसे हो सकते हैं? अगर हमें जनता का समर्थन मिला, तो हम नागपुर से चलने वाली सरकार और नागपुरिया कानून को सत्ता से बाहर करने का काम करेंगे।”
इस वजह से बीजेपी हुई हमलावर
दरअसल, यह पूरा विवाद पिछले रविवार को तब शुरू हुआ, जब तेजस्वी यादव ने पटना के गांधी मैदान में आयोजित ‘वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ’ रैली को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए वक्फ कानून पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में मौजूदा सरकार सत्ता से बाहर होने की राह पर है। अगर राज्य में विपक्षी दलों की सरकार बनती है, तो वक्फ कानून को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा। इसी मुद्दे पर बीजेपी तेजस्वी यादव पर हमला बोल रही है।
गौरव भाटिया ने तेजस्वी को मौलाना बताया
तेजस्वी यादव के बयान के बाद भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव इस देश को इस्लामिक देश बनाना चाहते हैं। वे शरिया कानून लागू करना चाहते हैं। मौलाना तेजस्वी यादव को संविधान की जानकारी नहीं है। राजद अगले 50 साल तक बिहार में सत्ता में नहीं आने वाली है। अंबेडकर जी हमारे लिए पूजनीय हैं। तेजस्वी यादव और लालू यादव सांप्रदायिक राजनीति करते हैं। वे हिंदू और मुस्लिम की राजनीति कर रहे हैं।”