Rahul Gandhi Image Sanitary Pads: बिहार विधानसभा चुनाव की बढ़ती सरगर्मी के बीच कांग्रेस नेता और नेता विपक्ष राहुल गांधी भाजपा और ट्रोलर्स निशाने पर आ गए हैं। बात यह है कि अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की ओर से एक खास अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत 5 लाख महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी पैड बांटे जाएंगे। इन सैनिटरी पैड के पैकेट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर छपी है। इस पर ‘नारी न्याय, महिला सम्मान’ का नारा लिखा है। साथ ही सैनिटरी पैड के पैकेट पर जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह देने का वादा भी किया गया है।
सैनिटरी पैड पर राहुल गांधी की तस्वीर
बिहार में महिलाओं के बीच सैनिटरी पैड बांटने की कांग्रेस की इस रणनीति ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। इसकी वजह राज्य में 5 लाख से ज्यादा महिलाओं को दिए जा रहे सैनिटरी पैड के पैकेट पर राहुल गांधी की तस्वीर है। यहां तक तो तब भी ठीक था लेकिन राहुल गांधी की तस्वीर सेनेटरी पैड पर भी है।
वैसे तो प्रियदर्शिनी उड़ान योजना की इस पहल का मकसद मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। लेकिन सैनिटरी पैड बॉक्स पर राहुल गांधी की तस्वीर ने विवाद खड़ा कर दिया।
Congress will be distributing 5 Lakhs Sanitary pads to women as a campaign during Bihar elections with Rahul’s picture! pic.twitter.com/0MwpGqyLzQ
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) July 5, 2025
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
सैनिटरी पैड बॉक्स पर राहुल की तस्वीर छापने के फैसले की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आलोचना की है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘सैनिटरी पैड पर राहुल गांधी की तस्वीर बिहार की महिलाओं का अपमान है! कांग्रेस महिला विरोधी पार्टी है! बिहार की महिलाएं कांग्रेस और आरजेडी को सबक सिखाएंगी।’
महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह देने का वादा
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का चुनावी वादा है कि वंचित परिवारों की महिलाओं को 2,500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। विपक्षी महागठबंधन ने सत्ता में आने पर ‘माई बहन मान योजना’ के तहत महिलाओं के बैंक खातों में 2,500 रुपये मासिक नकद हस्तांतरण का वादा किया है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने 2 करोड़ महिलाओं से जुड़ने के लिए हर गांव तक पहुंचने के लिए ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम शुरू किया है।
बिहार विधानसभा चुनाव राजनीतिक दलों द्वारा महिलाओं से किए गए वादों का केंद्र बन गया है। चुनाव परिणामों में महिलाओं के मुद्दों की अहम भूमिका रहने की उम्मीद है।