Devendra Kalyan News: भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के पूर्व अधिकारी देविंदर सिंह कल्याण को गुरुवार को राज्य सरकार की सिफारिश पर हरियाणा के राज्यपाल द्वारा राज्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। कल्याण घरौंडा से भाजपा विधायक और हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंदर कल्याण के भाई हैं, जो 31 मई को सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे।
नियुक्ति होते ही मचा बवाल
राज्य चुनाव आयोग को पंचायतों और नगर निकायों के चुनावों के लिए मतदाता सूची तैयार करने और उनके संचालन के अधीक्षण, निर्देशन और नियंत्रण का अधिकार प्राप्त है। वहीँ कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि सत्तारूढ़ भाजपा के एक नेता के खून के रिश्तेदार कल्याण की नियुक्ति स्पष्ट रूप से हितों के टकराव का मामला है। हरियाणा के पूर्व महाधिवक्ता मोहन जैन ने कहा कि हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष के सगे भाई को राज्य चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त करना जनहित के खिलाफ है।
‘अपने काम के साथ नहीं कर पाएंगे न्याय’
केवल यही नहीं बल्कि इस दौरान पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल जैन ने कहा, नवनियुक्त राज्य चुनाव आयुक्त अपने काम के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे। चूंकि संविधान के तहत एसईसी को मतदाता सूची तैयार करने और पंचायतों और नगर निकायों के चुनाव कराने का अधिकार है, जिसमें सभी राजनीतिक दल शामिल होते हैं, इसलिए एसईसी के रूप में राजनीतिक रूप से जुड़े व्यक्ति की नियुक्ति निश्चित रूप से चुनावों के संचालन में निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल उठाएगी। मूल रूप से, देवेंद्र कल्याण एक तरह से सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े हुए हैं।