Bihar News: नाबालिग लड़कियों का शोषण बिहार और यूपी जैसे राज्यों में सबसे अधिक होता है। इस दौरान उनसे या तो स्टेज परफॉरमेंस कराया जाता है या फिर उनका शोषण किया जाता है। ऐसे में उन नाबालिग लड़कियों को जन्मदिन या अन्य कार्यक्रमों में डांस के लिए बार डांसरों के रूप में बुलाते हैं और उनके साथ अश्लील हरकतें तक करते हैं। बताया जा रहा है कि वहां के लोग इस दौरान ऑर्केस्ट्रा वाले डांसरों के ग्रुप के साथ नाबालिग लड़कियों को भी लाते हैं। वहीँ अब इस अश्लीलता और इस बड़े अपराध पर रोक लगाने का समय आ गया है।
पुलिस अधिकारी ने दिए सख्त निर्देश
दरअसल, छपरा में शादी और अन्य कार्येक्रमॉ में नाबालिग लड़कियों से डांस करवाने वालों पर अब कानून का शिकंजा कसने जा रहा है। इस दौरान एसएसपी कुमार आशीष ने आदेश देते हुए कहा कि अब डीजे और ऑर्केस्ट्रा में नाबालिग लड़कियों के डांस पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। ऐसे में सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा गया कि, अगर किसी भी कार्यक्रम में नाबालिग लड़कियों से अश्लील डांस करवाया गया तो आयोजक, मालिक और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मानव तस्करी और शोषण की धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चलाया गया ‘आवाज दो’ अभियान
इस दौरान साफ तौर पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि आयोजन से पहले आयोजकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके कार्यक्रम में कोई नाबालिग लड़की अश्लील डांस या प्रदर्शन में शामिल न हो। मानव तस्करी, शोषण या बाल उत्पीड़न से जुड़े मामलों में दोषी पाए जाने पर अय्याशों और आयोजकों को 10 साल की सजा और आर्थिक दंड का भी प्रावधान है। गौरतलब है कि सारण एसएसपी कुमार आशीष पहले से ही अपने क्षेत्र में “आवाज दो” कार्यक्रम चला रहे हैं, जिसके जरिए पीड़ित और शोषित लड़कियां सीधे पुलिस से मदद मांग सकती हैं। वहीँ इस कार्येक्रम के तहत बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। जिसके तहत 150 से अधिक लड़कियों को ऑर्केस्ट्रा और अन्य गलत गतिविधियों से मुक्त कराया गया है।