मुंबई: करीना कपूर खान ने ‘द बकिंघम मर्डर्स’ में एक बार फिर साबित किया कि वह वुमन सेंट्रिक फिल्मों की लीडर बनती जा रही हैं। हंसल मेहता के निर्देशन में बनी इस फिल्म में करीना ने ब्रिटिश भारतीय जासूस जसमीत बामरा की भूमिका निभाई है, जो अपने बेटे की हत्या से टूट चुकी है। फिल्म की कहानी जस के दर्द और एक 10 साल के सिख बच्चे की हत्या की जांच के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें ब्रिटिश पाकिस्तानी लड़के साकिब चौधरी को दोषी माना जाता है। जस को साकिब की बेगुनाही पर शक होता है और वह इस केस की गहराई में जाकर नए सच उजागर करती है।
हंसल मेहता की इस क्राइम थ्रिलर में समाज के विभिन्न मुद्दों को छुआ गया है, जिसमें राजनीतिक और सामाजिक तनाव के साथ LGBTQ+ समुदाय और डिप्रेशन जैसे पहलुओं को भी दिखाया गया है। हालांकि, फिल्म कुछ जगहों पर थोड़ी स्लो लगती है, लेकिन इसकी पेचीदगी दर्शकों को बांधे रखने में सफल रहती है। बता दें,0करीना ने 40 साल की एक महिला जासूस की भूमिका में इंटेंस परफॉर्मेंस दी है, जो अपने निजी दुखों और प्रोफेशनल जीवन के बीच संघर्ष कर रही है।
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी एम्मा डेल्समैन द्वारा की गई है। वहीं केतन सोढा का बैकग्राउंड म्यूजिक कहानी को और इंटरेस्टिंग बना देता है। इसके अलावा रणवीर बरार, प्रभलीन संधू और ऐश टंडन ने अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। इतना ही नहीं सारा जेन डायस और कपिल रेडकर ने भी दमदार परफॉर्मेंस दी है।
‘द बकिंघम मर्डर्स’ फिल्म का क्लाइमेक्स आपको चौंका देता है, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखने में कामयाब होती है।
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