Mohammed Shami-Hasin Jahan: भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनकी पूर्व पत्नी हसीन जहां के बीच पिछले 6 वर्षों से चल रही कानूनी लड़ाई में बड़ा मोड़ आया है। कोलकाता हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि मोहम्मद शमी हर महीने हसीन जहां और उनकी बेटी को 4 लाख रुपये का गुजारा भत्ता देंगे। कोर्ट के इस फैसले के बाद हसीन जहां ने शमी पर तीखा हमला बोला है। फैसले के बाद मीडिया से बातचीत में हसीन जहां ने कहा, “जो इंसान कभी कुछ नहीं था, जब कुछ बन गया तो उसमें इतनी अकड़ आ गई कि उसे अपनी बीवी-बच्ची की परवाह ही नहीं रही। जब उसका घमंड टूटेगा तब उसे हमारी याद आएगी।”
हसीन जहां ने आदेश को अपनी बड़ी जीत बताया
हसीन जहां ने कोर्ट के इस आदेश को अपनी बड़ी जीत बताया और कहा कि वह और उनकी बेटी भी उसी स्तर की जिंदगी जीने की हकदार हैं जैसी शमी जी रहे हैं। उन्होंने बताया कि “हमने यह केस 2018 में दाखिल किया था। आर्थिक तंगी के कारण मैं अपनी बेटी को अच्छे स्कूल में नहीं पढ़ा पा रही थी, लेकिन अब कोर्ट के इस फैसले से काफी राहत मिलेगी।” हसीन जहां ने यह भी आरोप लगाया कि शमी ने लंबे समय से न तो उनसे और न ही अपनी बेटी से कोई संपर्क किया है। उन्होंने दावा किया कि “शमी आखिरी बार सिर्फ जस्टिस के डर से अपनी बेटी से मिलने आए थे।”
यह रकम और ज्यादा होनी चाहिए- हसीन जहां
गुजारा भत्ते की रकम को लेकर हसीन जहां ने कोर्ट के फैसले पर संतोष जताया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि यह रकम और ज्यादा होनी चाहिए थी। “मैंने याचिका में 4 लाख से ज्यादा की मांग की थी। फिर भी कोर्ट ने जो भी निर्णय दिया, उसके लिए मैं धन्यवाद देती हूं,” उन्होंने कहा। इस फैसले से एक ओर जहां हसीन जहां को बड़ी राहत मिली है, वहीं शमी की तरफ से इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।