बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. गोलमाल, छोटी सी बात, बातों बातों में, नरम गरम, रंगबिरंगी , बात बन जाए जैसी कई हिंदी फिल्मों में अपनी अदाकारी पेश कर चुके अभिनेता अमोल पालेकर के एक भाषण को को शनिवार को बीच में ही रोक दिया गया. अपने भाषण में, अमोल पालेकर ने केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के नीतिगत बदलावों पर अपनी चिंता व्यक्त करने की कोशिश की तभी कार्यक्रम के संचालक ने उन्हें बीच में रोक दिया. भाषण के दौरान अभिनेता अमोल पालेकर को बार बार रोका गया.
उनका यह भाषण केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को मुंबई और बेंगलुरु में एनजीएमए में आयोजित होने वाली प्रदर्शनियों और उसके विषयों को तय करने का इकलौता अधिकार देने वाला था. मुंबई में आयोजित हुए इस भाषण के दौरान कलाकार और सलाहकार समिति के पूर्व अध्यक्ष, सुहास बाहुलकर ने उन्हें बर्वे और उनके काम के बारे में बोलने के लिए कहा. शो क्यूरेटर जेसल ठाकर द्वारा रोके जाने पर, अमोल पालेकर ने कहा कि उन्हें याद है कि कैसे नयनतारा सहगल के एक मराठी साहित्यिक कार्यक्रम में भाग लेने का निमंत्रण उनसे वापस ले लिया गया था क्योंकि उनका भाषण हाल के राजनीतिक माहौल के लिए काफी आलोचना भरा था.
अपने भाषण में, सेंसरशिप पर चिंता जताते हुए नीतिगत बदलावों पर अपनी चिंता व्यक्त की जो मुंबई और बेंगलुरु में एनजीएमए में आयोजित होने वाली प्रदर्शनियों और विषयों पर अधिकार देगा. पिछले साल अक्टूबर तक, इन फैसलों में स्थानीय कलाकारों की सलाहकार समितियां शामिल थीं, जिन्हें हर तीन साल में पुननिर्माण किया जाता था. कार्यक्रम के दौरान अमोल पालेकर अपना तैयार किया पूरे भाषण पर अपनी चिंता जाहिर नहीं कर पाए.
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