पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने पिछले साल 16 नवंबर को ही शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अभी तक यह इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ था। अब जाकर...
चंडीगढ़/नई दिल्ली। पंजाब की सियासत में दशकों तक राज करने वाला अकाली दल अब बादल परिवार से मुक्त होने की ओर है। अकाली दल की वर्किंग कमेटी ने शुक्रवार-10 जनवरी को सुखबीर बादल का इस्तीफा मंजूर कर लिया।
बता दें कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने पिछले साल 16 नवंबर को ही शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अभी तक यह इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ था।
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भूंदड़ की अगुवाई में शुक्रवार को पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। इस दौरान काफी लंबी चर्चा के बाद सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे को मंजूर कर लिया गया। इस्तीफा मंजूर होने के बाद सुखबीर बादल ने सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद किया। बताया जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल का पुनर्गठन होगा।
पंजाब की राजनीति पर नजर रखने वाले लोगों की मानें तो शिरोमणि अकाली दल अब सुखबीर बादल को नए सिरे से लॉन्च करना चाहता है। ये इस्तीफे का सारा खेल इसीलिए हुआ है। पार्टी की कोशिश है कि 2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले सुखबीर बादल की नई छवि पंजाब की जनता के बीच बनाई जाए। इसके साथ ही पार्टी का संगठन फिर से खड़ा करके 2027 के रण में उतरा जाए। बता दें कि पिछले 9 सालों से शिरोमणि अकाली दल पंजाब की सत्ता से बाहर है।