महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री के नाम पर गतिरोध जारी है. प्रचंड बहुमत के बावजूद अभी तक सरकार न बनने को लेकर सवाल उठ रहे हैं. भले ही देवेन्द्र फडणवीस के नाम की चर्चा हो रही है, लेकिन उनके नाम की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है. इस बीच, बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार (30 नवंबर) को देवेंद्र फडणवीस को अगला मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे बताया।वहीं उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की नई सरकार 5 दिसंबर को बन जाएगी.
महाराष्ट्र सरकार के गठन में समस्या सिर्फ एकनाथ शिंदे या उनकी पार्टी की तरफ से ही नहीं, भाजपा के अंदर भी है. मराठा सीएम के दांव ने देवेंद्र फडणवीस के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी है. हालांकि उन्हें पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ आरएसएस का भी आशीर्वाद प्राप्त है.
महाराष्ट्र में नई सरकार का जो फॉर्मूला तय हुआ है, उसके तहत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी को डिप्टी सीएम का पद दिया जाएगा.
महाराष्ट्र में नई सरकार का जो फॉर्मूला तय हुआ है, उसके तहत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी को डिप्टी सीएम का पद मिलेगा.
महाराष्ट्र में नई सरकार का जो फॉर्मूला तय हुआ है, उसके तहत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी को डिप्टी सीएम का पद दिया जाएगा.
फडणवीस का महाराष्ट्र सीएम बनना अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पर निर्भर है. अगर संघ दबाव बढ़ाएगा तभी देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिल सकती है.
गृहमंत्री शाह ने शिंदे, फडणवीस और अजित पवार से बीती रात अलग-अलग मुद्दों पर बात की। तीनों से शाह ने कैबिनेट बंटवारे लेकर चर्चा हुई। विधायकों की संख्या के हिसाब से बीजेपी करीब 20 मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है। वहीं, शिवसेना को मंत्रीपद मिलने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को बड़ी जीत मिली है. वहीं महायुति ने 288 में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है. बीजेपी ने 132 सीटें, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 57 और एनसीपी (अजित पवार) ने 41 सीटें जीती हैं. वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) 46 सीटों पर सिमट गई। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सोशल मीडिया पर एक क्लिप शेयर किया जा रहा है. वीडियो में लोगों की भारी भीड़ सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करती नजर आ रही है. वीडियो में भीड़ को ईवीएम हटाओ, बैलेट पेपर लाओ जैसे नारे लगाते हुए सुना जा सकता है.
एकनाथ शिंदे द्वारा अपने गृह जिले ठाणे में की गई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अब साफ हो गया है कि भाजपा इस बार उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाने वाली है. शिंदे की पार्टी को नई सरकार में डिप्टी सीएम का पद दिया जा सकता है. वहीं अब लगभग तय है कि देवेंद्र फडणवीस के हाथ में महाराष्ट्र की कमान आएगी.
एनसीपी (अ.गु.) के मुखिया अजित पवार ने शिंदे के साथ खेल कर दिया है. अजित ने देवेंद्र को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया है. इसके साथ ही अपने विधायकों का समर्थन भी भाजपा को दे दिया है.