महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का नाम फाइनल करने के लिए महायुति के विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में न सिर्फ महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर भी लगेगी, बल्कि उपमुख्यमंत्री के नाम भी फाइनल होगा, जिसके लिए एकनाथ शिंदे को चुना गया है।
iTV नेटवर्क ने महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर एक सर्वे किया है. इस सर्वे में लोगों से यह जानने की कोशिश की गई है कि क्या एकनाथ शिंदे ईडी और सीबीआई के डर से बीजेपी के साथ हैं?
महाराष्ट्र में अभी तक नई सरकार का जो फॉर्मूला सामने आया है, उसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) नई सरकार में सभी बड़े पद अपने पास रखेगी, जिसमें विधानसभा स्पीकर और गृह मंत्रालय भी शामिल है.
महाराष्ट्र में अभी तक नई सरकार का जो फॉर्मूला सामने आया है, उसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) नई सरकार में सभी बड़े पद अपने पास रखेगी, जिसमें विधानसभा स्पीकर और गृह मंत्रालय भी शामिल है.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) नई सरकार में सभी बड़े पद अपने पास रखेगी, जिसमें विधानसभा स्पीकर और गृह मंत्रालय भी शामिल है. वहीं, अजित पवार वाली एनसीपी को डिप्टी सीएम और वित्त मंत्रालय दिया जाएगा.
दिल्ली में बीजेपी आलाकमान एकनाथ शिंदे से नाराज है. भाजपा चाहती है कि शिंदे खेमा ज्यादा मोलभाव न कर सरकार में शामिल हो और डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करे. चर्चा है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिंदे खेमे पर अहसान भूलने का आरोप लगा रहे हैं.
बीजेपी नेता रावसाहेब दानवे ने कहा कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री का नाम तय है. अब बस आलाकमान की हरी झंडी मिलने का इंतजार है.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम आए इतने दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक महायुति मुख्यमंत्री का फैसला नहीं कर पाया है. ये पूरी तरह से महाराष्ट्र की जनता का अपमान है.
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान के बीच दिल्ली में महागठबंधन की बैठक हुई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ इस बैठक में उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल होने के इच्छुक विधायकों की रिपोर्ट मांगी है. इस बड़ी बैठक की इनसाइड स्टोरी सामने आ गई है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि अमित शाह ने किस आधार पर विधायकों का रिपोर्ट कार्ड मांगा.
सियासी गलियारों में चर्चा ये भी है कि अजित पवार और उनकी पार्टी एनसीपी ने बिना शर्त बीजेपी को समर्थन दिया है. जिससे अब भाजपा के बहुमत से कहीं ज्यादा नंबर हैं.